लोकतांत्रिक अधिकारों की रक्षा के लिए दूंगी कुर्बानी भी : ममता

मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को न्यूटाउन में दुर्गा आंगन के शिलान्यास समारोह को संबोधित करते हुए एक बार फिर एसआइआर प्रक्रिया को लेकर केंद्र सरकार व चुनाव आयोग पर निशाना साधा.

By BIJAY KUMAR | December 29, 2025 11:15 PM

कोलकाता.

मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को न्यूटाउन में दुर्गा आंगन के शिलान्यास समारोह को संबोधित करते हुए एक बार फिर एसआइआर प्रक्रिया को लेकर केंद्र सरकार व चुनाव आयोग पर निशाना साधा. मुख्यमंत्री ने कहा कि एसआइआर प्रक्रिया के दौरान एक महीने से भी कम समय में 50 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है. यह बर्दाश्त नहीं किया जा सकता. मुख्यमंत्री ने कहा : हम लोगों के लोकतांत्रिक अधिकारों की रक्षा के लिए लड़ते रहेंगे और इसके लिए अपनी जान कुर्बान करने को भी तैयार हैं. सीएम ने कहा कि क्या बंगाल में रहने वाले व्यक्ति को अपनी नागरिकता साबित करनी होगी. उन्होंने कहा कि नागरिकता का मतदान अधिकार से क्या संबंध है. जब कोई बंगाली बोलता है, तो उसे होटल में कमरा नहीं दिया जाता. जब कोई बंगाली बोलता है, तो उसे बांग्लादेशी कहा जाता है. आप 2024 में आये लोगों को नागरिक मानने को तैयार हैं, लेकिन उन लोगों को नहीं, जो यहां जिये और मरे. ममता बनर्जी ने जारी एसआइआर प्रक्रिया पर चिंता जतायी और आरोप लगाया कि इसके कारण लोगों को उत्पीड़न का सामना करना पड़ रहा है. कुछ लोगों की जान भी गयी है. लोगों को बेवजह परेशान किया जा रहा है. मुख्यमंत्री ने कहा : हम धैर्य रख रहे हैं. लेकिन इसकी भी एक सीमा होती है. बंगाल की धरती झुकती नहीं है. हर किसी का मतदान अधिकार सुरक्षित रहना चाहिए.

तुष्टीकरण के आरोपों को किया खारिज, कहा- सही मायने में मैं ही धर्मनिरपेक्ष : मुख्यमंत्री ने तुष्टीकरण के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि वह ‘सही मायने में धर्मनिरपेक्ष’ हैं और बिना किसी भेदभाव के सभी धर्मों के कार्यक्रमों में भाग लेती हैं. उन्होंने कहा : लोग मुझ पर तुष्टीकरण का आरोप लगाते हैं, लेकिन यह सही नहीं है. मैं सही मायने में धर्मनिरपेक्ष हूं. उन्होंने कहा कि वह सभी धर्मों के कार्यक्रमों में भाग लेती हैं. तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ने यह नहीं बताया कि किसने उन पर ये आरोप लगाये हैं, लेकिन विपक्षी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) अक्सर उन पर मुसलमानों के तुष्टीकरण का आरोप लगाती है. ममता बनर्जी ने कहा : जब मैं गुरुद्वारे जाती हूं, तो आप कुछ नहीं कहते, लेकिन जब मैं ईद के कार्यक्रम में जाती हूं, तो मेरी आलोचना करने लगते हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि हर धर्म की अपनी सांस्कृतिक परंपराएं होती हैं. मैं किसी को कैसे नजरअंदाज कर सकती हूं. कुछ लोग लूटपाट और तोड़फोड़ कर रहे हैं. यह तय किया जा रहा है कि कौन रहेगा और कौन जायेगा. मैं मां दुर्गा से प्रार्थना करूंगी कि वे बुराई का नाश करें.

मैं होती तो दो साल में पूरे हो जाते मेट्रो प्रोजेक्ट : सीएम

मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने महानगर में मेट्रो परियोजनाओं के क्रियान्वयन में देरी को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि जब वह रेल मंत्री थीं, उसी समय उन्होंने महानगर में चल रही मेट्रो परियाेजनाओं की घोषणा की थी और इनका शिलान्यास किया था. मेट्रो परियोजनाओं के लिए उन्होंने अलग से दो लाख करोड़ रुपये का फंड भी आवंटित किया था, ताकि परियोजनाओं के क्रियान्वयन में किसी प्रकार की देरी ना हो. वह होतीं तो सभी मेट्रो प्रोजेक्ट दो वर्ष के अंदर पूरे हो जाते. लेकिन ना जाने किन कारणों से मेट्रो परियोजनाएं लंबे समय से अटकी हुई हैं. मेट्रो परियोजनाओं को पूरा करने में 12-15 साल लग जा रहे हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि परियाेजनाओं का काम जान-बूझकर कर लटकाया जा रहा है.

मुख्यमंत्री के इस बयान पर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष शमिक भट्टाचार्य ने कटाक्ष करते हुए कहा कि जब वह रेल मंत्री थीं, तो उन्होंने रेलवे सिस्टम को आइसीयू में डाल दिया था. श्री भट्टाचार्य ने मेट्रो परियोजनाओं का मुख्यमंत्री द्वारा क्रेडिट लिये जाने पर तंज कसते हुए कहा कि ””””””””हावड़ा ब्रिज का प्लान भी उन्हीं का है, उन्होंने खड़े होकर इसे बनाया था.

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