निगम के स्वास्थ्यकर्मियों का नहीं बढ़ेगा भत्ता
कोलकाता नगर निगम (केएमसी) के स्वास्थ्यकर्मियों के एक वर्ग द्वारा गत मंगलवार को मेयर फिरहाद हकीम का घेराव कर विरोध प्रदर्शन किया गया था.
संवाददाता, कोलकाता
कोलकाता नगर निगम (केएमसी) के स्वास्थ्यकर्मियों के एक वर्ग द्वारा गत मंगलवार को मेयर फिरहाद हकीम का घेराव कर विरोध प्रदर्शन किया गया था. ऑग्जीलरी नर्स मिडवाइफ (एएनएम) द्वारा मेयर का घेराव किया गया. उनका कहना था कि पूजा के दौरान उनका काम दोगुना हो जाता है, लेकिन उन्हें इस कार्य के लिए दैनिक भत्ता 500 रुपया दिया जाता था. हालांकि अब इसे घटा कर 100 रुपया कर दिया गया है.
मेयर ने मंगलवार को इस मामले पर चर्चा करने का आश्वासन दिया था. हालांकि, गुरुवार को अब चर्चा के बाद मेयर फिरहाद हकीम ने बताया कि स्वास्थ्यकर्मियों की मांग नहीं मानी जायेगी. उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय शहरी स्वास्थ्य मिशन के तहत निगम के ये एएनएम नर्सें विभिन्न स्वास्थ्य केंद्रों में कार्य करती हैं. वहीं, इस सूचना के बाद स्वास्थ्यकर्मी भड़क गये. निगम सूत्रों के अनुसार, मेयर ने बैठक में बताया कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) के अनुसार है मानदेय का भुगतान किया जाता है. लेकिन केंद्र की ओर से जो राशि कम की गयी है, वह विशिष्ट नियमों के अनुसार की गयी है. इसलिए फिलहाल पुराना भत्ता का भुगतान करना संभव नहीं. हालांकि, नाराजगी के बावजूद स्वास्थ्यकर्मी पूजा के दौरान आपातकालीन सेवाएं बंद नहीं कर रहे हैं. उनका कहना है कि मांग पूरी करने के लिए विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा. गौरतलब है कि कोलकाता नगर निगम के 144 वार्डों के अंतर्गत आने वाले इलाकों में कुल 400 एएनएम विभिन्न स्वास्थ्य संबंधी कार्य करती हैं.
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