बीएलओ को घंटों बैठाये रखने का आरोप रोते हुए लौटने का वीडियो हुआ वायरल

पांडुआ ब्लॉक की बीएलओ और शिक्षिका सुमिता मुखोपाध्याय (घोष) का रोते हुए लौटने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है.

By SUBODH KUMAR SINGH | November 23, 2025 1:08 AM

आयोग ने कहा- लो परफॉर्मिंग बीएलओ, प्रक्रिया समझाने के लिए बुलाया गया था

प्रतिनिधि, हुगली.

पांडुआ ब्लॉक की बीएलओ और शिक्षिका सुमिता मुखोपाध्याय (घोष) का रोते हुए लौटने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है. वीडियो में वह एसआइआर कार्य के अत्यधिक दबाव, लंबा इंतजार और कथित अपमानजनक व्यवहार से मानसिक रूप से टूटती हुई दिख रही हैं.

आरोप है कि एसआइआर के लिए मिले 1300 फॉर्मों में से करीब 300 ऑनलाइन एंट्री पूरा करने के बावजूद उन्हें ‘लो-परफॉर्मर’ बताकर पांडुआ बीडीओ कार्यालय में बुलाया गया. सुमिता का कहना है कि उन्हें सुबह 11:30 बजे से अपराह्न 4:30 बजे तक कार्यालय में बैठाये रखा गया, जबकि पोर्टल लगातार सर्वर समस्या से जूझ रहा था, जिसके कारण काम करना संभव नहीं था.

उनका कहना है कि वह शारीरिक रूप से अस्वस्थ होने के बावजूद लगातार काम कर रही थीं. उन्होंने कहा कि दबाव इतना बढ़ गया था कि लगा खुद को खत्म कर दूं. सुमिता के मुताबिक, यदि सहायक बीएलओ उन्हें घर न छोड़ता तो स्थिति और बिगड़ सकती थी. सुमिता के पति विश्वजीत घोष का कहना है कि सर्वर डाउन होने की जिम्मेदारी अधिकारियों की है, लेकिन दंडात्मक दबाव उनकी पत्नी पर डाला जा रहा है. उनका कहना है कि मानसिक स्थिति इतनी खराब हो गयी थी कि उन्हें अस्पताल ले जाने की नौबत आ गयी. इस वीडियो को शिक्षक-शिक्षाकर्मी एवं बीएलओ ड्यूटी प्रतिरोध मंच के आह्वायक अनिमेष हल्दर ने साझा किया है.

इधर, चुनाव आयोग के सूत्रों का कहना है कि सुमिता ‘लो परफॉर्मिंग बीएलओ’ हैं और उन्हें प्रक्रिया समझाने के लिए ब्लॉक कार्यालय बुलाया गया था. आवश्यकता पड़ने पर उनके स्वास्थ्य संबंधी मुद्दों पर भी विचार करने की बात कही गयी है.

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