निगम चुनाव : महिलाओं के लिए 45 सीटें आरक्षित

कोलकाता : महिला सशक्तीकरण के साथ राजनीति में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने को लेकर निरंतर प्रयास किये जा रहे हैं. इसी के तहत चुनावों में 33 फीसदी सीटें महिलाओं के लिए आरक्षित करने का प्रावधान भी है. इसके बाद भी राजनीति में महिलाओं की भागीदारी नहीं बढ़ रही है, लेकिन कोलकाता नगर निगम में स्थिति […]

By Prabhat Khabar Print Desk | January 18, 2020 5:47 AM

कोलकाता : महिला सशक्तीकरण के साथ राजनीति में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने को लेकर निरंतर प्रयास किये जा रहे हैं. इसी के तहत चुनावों में 33 फीसदी सीटें महिलाओं के लिए आरक्षित करने का प्रावधान भी है. इसके बाद भी राजनीति में महिलाओं की भागीदारी नहीं बढ़ रही है, लेकिन कोलकाता नगर निगम में स्थिति उलट है. निगम के चुनाव में 33 फीसदी सीटें महिलाओं के लिए आरक्षित हैं. इसकी सूची राज्य चुनाव आयोग की ओर से जारी की गयी है.

कोलकाता नगर निगम में 144 वार्ड हैं, जिनमें से 45 वार्ड को महिलाओं के लिए आरक्षित रखा गया है, जबकि तीन वार्ड को अनुसूचित जाति की महिलाओं के लिए एवं पांच वार्ड अनूसूचित जाति के लिए आरक्षित रखा गया है. यानी 144 में 53 जनरल महिला वार्ड एवं अनुसूचित जाति की महिलाओं एवं अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित रखा गया है. निगम के मेयर परिषद के चार सदस्यों के वार्ड को भी आरक्षित कर दिया गया है, जबिक तृणमूल कांग्रेस के कई ऐसे भी पार्षद हैं, जिन्हें परिसीमन के कारण अपनी सीट गंवानी पड़ रही है.

मेयर परिषद के इन चार सदस्यों को गंवानी पड़ी सीट : 58 नंबर वार्ड के मेयर परषिद के सदस्य, पर्यावरण व बस्ती सपन समाद्दार, 90 नं‍बर वार्ड के पार्षद एवं वैश्वानर चटर्जी (एमएमआइसी कानून), 93 नंबर वार्ड के पार्षद व एमएमआइसी (रोड) रतन दे एवं निगम के तृणमूण बोर्ड के सीनियर पार्षद एवं ठोस कचरा प्रबंधन विभाग के मेयर इन काउंसिल के सदस्य देवब्रत मजूमदार के टिकट कटते नजर आ रहे हैं.
इन वार्डों को किया आरक्षित : जिन वार्डों को जनरल महिला, अनुसूचित महिला व अनूसुचित जाति के लिए आरक्षित किया गया है. वार्ड नंबर 3, 6, 9, 12, 15, 18, 21, 24, 27, 30, 34, 37, 40, 43, 46, 49, 52, 55, 59, 62, 65, 68, 71, 74, 77, 81, 84, 87, 90, 93, 96, 99, 102, 105, 109, 113, 116, 119, 122, 125, 129, 132, 135, 138 एवं 143 को महिलाओं के लिए आरक्षित रखा गया है.
जबकि 33, 78, 127 नंबर वार्ड को अनुसूचित जाति की महिलाओं के लिए आरक्षित रखा गया है. वार्ड नंबर 58, 107, 110, 141, 142 को अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित रखा गया है. देवब्रत मजूमदार का कहना है कि चुनावी नियम के अनुसार महिलाओं को राजनीति में लाने के लिए 33 फीसदी सीटों को आरक्षित रखने प्रवधान है.
जिसके तहत निगम के चुनाव में आधी आबादी को आरक्षण मिला है. इस वजह से वार्ड नंबर 96 को महिला वार्ड घोषित कर दिया गया है, लेकिन इसे लेकर मैं चिंतित नहीं हूं, पार्टी का जो निर्देश होगा, उसी अनुरूप कार्य करूंगा. मेयर परिषद के सदस्य (बस्ती) स्वपन समाद्दार थोड़े भावुक दिखे. उन्होंने कहा कि मुझसे ज्यादा मेरे वार्ड के लोग परेशन और दु:खी हैं. 58 नंबर वार्ड के लोग मुझे मेरे कार्य से जानते हैं. लोगों का काफी प्यार मिला. इसके लिए सदा मैं अभारी रहूंगा. रही बात सीट की, तो यह एक चुनावी प्रक्रिया है.

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