‘डर्टी पॉलिटिक्स’ करना ममता बनर्जी का USP : बाबुल सुप्रियो

कोलकाता : केंद्रीय राज्य मंत्री व आसनसोल के सांसद बाबुल सुप्रियो ने नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) को लेकर ममता बनर्जी पर गंदी राजनीति (डर्टी पॉलिटिक्स) करने का आरोप लगाया. सुप्रियो ने रविवार को प्रदेश भाजपा कार्यालय में नागरिकता संशोधन अधिनियम, 2019 पर बांग्ला व हिंदी में पुस्तिका जारी करते हुए कहा कि इस कानून के […]

By Prabhat Khabar Print Desk | January 5, 2020 7:20 PM

कोलकाता : केंद्रीय राज्य मंत्री व आसनसोल के सांसद बाबुल सुप्रियो ने नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) को लेकर ममता बनर्जी पर गंदी राजनीति (डर्टी पॉलिटिक्स) करने का आरोप लगाया.

सुप्रियो ने रविवार को प्रदेश भाजपा कार्यालय में नागरिकता संशोधन अधिनियम, 2019 पर बांग्ला व हिंदी में पुस्तिका जारी करते हुए कहा कि इस कानून के संबंध में भाजपा कार्यकर्ता घर-घर जाकर प्रचार करेंगे और तृणमूल सुप्रीमो ममता बनर्जी द्वारा फैलायी जा रही गलतफहमियों को दूर करेंगे.

इस अवसर पर प्रदेश भाजपा के महासचिव प्रताप बनर्जी व सायंतन बसु भी उपस्थित थे. सुप्रियो ने कहा : ममता बनर्जी ने सदा ही ‘डर्टी पॉलिटिक्स’ की हैं. ‘डर्टी पॉलिटिक्स’ ही उनका यूएसपी रहा है. इस मामले में भी वह यही कर रही हैं. वह बहुत अच्छी तरह से जानती हैं कि सच क्या है? इसी कारण वह जोर-शोर से इसके खिलाफ दुष्प्रचार कर रही हैं, लेकिन अंत में गणित सच्चाई उजागर कर देता है.

कोलकाता में भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा जी के नेतृत्व में हुई रैली में जितने लोग शामिल हुए थे. यदि आप सुश्री बनर्जी की सभी रैलियों को जोड़ देंगे, तो उनमें उनकी तीन चौथाई भी भीड़ नहीं होगी. यदि सिलीगुड़ी और अन्य स्थानों में आयोजित भाजपा की रैली में शामिल लोगों को शामिल कर लेंगे, तो वह आधी भी नहीं होगी, जबकि वह लगातार भ्रांति फैलाती रही हैं.

उन्होंने कहा : सच केवल एक लाइन की है. वह है कि सीएए का भारतीयों से कुछ भी लेना-देना नहीं है और भारत में रह रहे मुस्लिमों से कुछ लेना-देना नहीं है. यह केवल उन प्रताड़ित शरणार्थियों के लिए हैं, जो पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश से प्रताड़ित होकर भारत में आये हैं और भारत में शरण लेने के लिए बाध्य हुए थे. ये वे देश हैं, जहां का धर्म इस्लाम है.

उन्होंने सवाल किया : क्या भाजपा ने वहां के राजकीय धर्म को इस्लाम बनाया है? इन देशों में रह रहे अल्पसंख्यकों को लंबे समय तक प्रताड़ना का शिकार होना पड़ा था और इसे लोग वर्षों से जानते हैं. यह कोई नयी बात नहीं है. वे भारत आये और भारत का यह धर्म है, वे उन्हें शरण दें और उन्हें उनका सम्मान वापस लौटाये.

नागरिकता का वादा कर भाजपा ने वही सम्मान दिया है. भाजपा ने अपनी चुनावी घोषणा पत्र में भी यह वादा किया था. देश की जनता ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पहले से अधिक बहुमत से जिताया था. भाजपा नागरिकता संशोधन कानून लाकर अपने वादे को निभाया है. ममता बनर्जी की झूठ लोगों को भ्रमित नहीं कर सकती है. उनका सच लोगों के सामने आ गया है.

Next Article

Exit mobile version