अफवाह फैला कर बंगाल को अशांत करने की साजिश : ममता बनर्जी

आरोप : तारकेश्वर में आयोजित जनसभा में भाजपा पर बरसीं सीएम कोलकाता : मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने एक बार फिर केंद्र की सत्तारूढ़ पार्टी भाजपा पर आरोप लगाया है कि भाजपा व उसके सहयोगी संगठन बंगाल में अफवाह फैला रहे हैं. भाजपा सिर्फ राजनीतिक लाभ उठाने व यहां दंगा की स्थिति पैदा करने के लिए […]

By Prabhat Khabar Print Desk | February 23, 2019 1:50 AM

आरोप : तारकेश्वर में आयोजित जनसभा में भाजपा पर बरसीं सीएम

कोलकाता : मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने एक बार फिर केंद्र की सत्तारूढ़ पार्टी भाजपा पर आरोप लगाया है कि भाजपा व उसके सहयोगी संगठन बंगाल में अफवाह फैला रहे हैं. भाजपा सिर्फ राजनीतिक लाभ उठाने व यहां दंगा की स्थिति पैदा करने के लिए ही ऐसा कर रही है. उन्होंने राज्य के लोगों से इस प्रकार की अफवाहों पर ध्यान नहीं देने की अपील की.

शुक्रवार को तारकेश्वर में आयोजित एक जनसभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि भाजपा व उसके सहयोगी संगठन बाहरी राज्यों से लाेगों को लाकर ऐसा करवा रहे हैं. यहां तक कि अपने लोगों को बुरखा पहना कर भेज रहे हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि इस प्रकार की घटनाओं को वह कतई बर्दाश्त नहीं करेंगी. उन्होंने पुलिस को इस प्रकार की घटनाओं के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का निर्देश दिया है.

गौरतलब है कि राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में कथित रूप से बच्चा चोरी की घटनाओं को लेकर हड़कंप का माहौल है.

राज्य के कई जिलों में इस प्रकार की घटनाएं सामने आ रही हैं और बच्चा चोरी के आरोप में महिला समेत कई लोगों की सामूहिक पिटाई हो चुकी है. मुख्यमंत्री ने इस घटना के लिए प्रत्यक्ष रूप से भाजपा व आरएसएस पर आरोप लगाते हुए कहा कि उनके ही कार्यकर्ताओं द्वारा इस प्रकार की अफवाह फैलायी जा रही है.

मुख्यमंत्री ने कहा कि खुद को गौ-रक्षक कहनेवाले अब इंसानों की जान लेने लगे हैं. सुश्री बनर्जी ने कहा कि बंगाल में धर्म, जाति, भाषा व पहनावे के नाम पर लाेगों को बांटा नहीं जा सकता. यहां की संस्कृति में ही प्रेम व घुलने-मिलने की संस्कृति शामिल है, लेकिन बंगाल की पाक धरती को कुछ पार्टियां राजनीतिक लाभ के लिए नापाक करने में तुली हुई हैं. मुख्यमंत्री ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि अगर आप अपने इलाके में किसी अनजान व्यक्ति को घूमते-फिरते हुए देखें, तो उस पर हमला ना करें. इसकी जानकारी पुलिस को दें. स्वयं कानून हाथ में न लें.

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