कोलकाता : विकास योजनाओं के लिए 89,300 करोड़ का आवंटन , विधानसभा में बोले अमित मित्रा

कोलकाता : वित्त मंत्री अमित मित्रा ने मंगलवार को कहा कि राज्य सरकार ने 2019-20 में विकास योजनाओं के लिए 89,000 करोड़ रुपये का आवंटन किया है, जो पिछले वित्त वर्ष की तुलना में 13.25 प्रतिशत अधिक है. श्री मित्रा ने विधानसभा में सूचित किया कि कृषक बंधु योजना के तहत 4,000 करोड़ रुपये उपलब्ध […]

By Prabhat Khabar Print Desk | February 6, 2019 5:02 AM

कोलकाता : वित्त मंत्री अमित मित्रा ने मंगलवार को कहा कि राज्य सरकार ने 2019-20 में विकास योजनाओं के लिए 89,000 करोड़ रुपये का आवंटन किया है, जो पिछले वित्त वर्ष की तुलना में 13.25 प्रतिशत अधिक है. श्री मित्रा ने विधानसभा में सूचित किया कि कृषक बंधु योजना के तहत 4,000 करोड़ रुपये उपलब्ध कराये गये हैं.

इसी तरह सामाजिक क्षेत्र के लिए आवंटन बढ़ाकर 41,131 करोड़ रुपये किया गया है, जो 2018-19 में 38,000 करोड़ रुपये था. बुनियादी ढांचे के लिए आवंटन बढ़ाकर 8,806 करोड़ रुपये किया गया है, जो 2018-19 के 7,760 करोड़ रुपये से 13.48 प्रतिशत अधिक है. वित्त वर्ष 2018-19 में कर संग्रह 55,000 करोड़ रुपये है. संशोधित अनुमान के अनुसार, यह पहले ही 60,000 करोड़ रुपये पर पहुंच चुका है.

लेखानुदान व एप्रोप्रिएशन बिल पारित कर विधानसभा की कार्यवाही स्थगित
विधानसभा में लेखानुदान व एप्रोप्रिएशन बिल ध्वनिमत से पारित होने के बाद कार्यवाही को सदन के अध्यक्ष बिमान बनर्जी ने अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया. पांच दिवसीय बजट सत्र के दौरान राज्यपाल केशरीनाथ त्रिपाठी ने अभिभाषण पढ़ा तथा वित्त मंत्री अमित मित्रा ने बजट पेश किया था. लेकिन विरोधी दलों ने आरोप लगाया कि ऐसा पहले कभी नहीं हुआ है कि राज्यपाल के अभिभाषण पर बहस उसी सत्र में नहीं हुई है, लेकिन इस सत्र में राज्यपाल के अभिभाषण पर कोई बहस नहीं हुई.
अगले सत्र में बहस होगी. लेखानुदान व एप्रोप्रिएशन बिल पर हुई बहस का जवाब देते हुए वित्त मंत्री अमित मित्रा ने कहा कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का एक ही लक्ष्य है और वह है बंगाल का विकास, विकास और विकास.
कांग्रेस व वाम विधायकों ने किया वाॅकआउट
दूसरी ओर, बजट को दिशाहीन करार देते हुए कांग्रेस और वाम मोर्चा के विधायकों ने वाकआउट कर दिया. विधानसभा में विपक्ष के नेता अब्दुल मन्नान ने कहा कि विरोधी दल के सदस्यों को संवैधानिक अधिकारों से लगातार वंचित किया जा रहा है. बजट दिशाहीन है तथा इसमें जनकल्याण की कोई योजना नहीं है. उन्होंने सर्वोच्च न्यायालय की राय का स्वागत करते हुए कहा कि यह मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की नैतिक हार है.
यह दोनों पार्टियों के बीच मिलीभगत है तथा लोगों को धोखा देने के लिए केवल यह दिखावा है. माकपा विधायक दल के नेता सुजन चक्रवर्ती ने कहा कि यह बजट दिशाहीन है तथा इसमें केवल आंकड़ों का खेल है. सारधा चिटफंड मामले में तकरार पर टिप्पणी करते हुए उन्होंने कहा कि जिन लोगों की राशि की लूट की गयी है, इसकी चिंता न तो तृणमूल को और न ही भाजपा को.

Next Article

Exit mobile version