चंद्रबाबू नायडू से कानून की बारीकियां समझ कर लूंगी निर्णय : ममता , बंगाल में भी सीबीआइ को प्रवेश नहीं
कोलकाता : नेताजी इंडोर स्टेडियम में शुक्रवार को तृणमूल कांग्रेस की वर्द्धित कोर कमेटी की बैठक को संबोधित करते हुए पार्टी प्रमुख व सीएम ममता बनर्जी ने कहा कि भाजपा सीबीआइ के कंधे पर बंदूक रखकर विरोधियों पर निशाना साधती है. चंद्रबाबू नायडू ने सही किया कि वह अपने राज्य में सीबीआइ को घुसने नहीं […]
कोलकाता : नेताजी इंडोर स्टेडियम में शुक्रवार को तृणमूल कांग्रेस की वर्द्धित कोर कमेटी की बैठक को संबोधित करते हुए पार्टी प्रमुख व सीएम ममता बनर्जी ने कहा कि भाजपा सीबीआइ के कंधे पर बंदूक रखकर विरोधियों पर निशाना साधती है. चंद्रबाबू नायडू ने सही किया कि वह अपने राज्य में सीबीआइ को घुसने नहीं देंगे. सुश्री बनर्जी ने कहा कि इस तरह का कानून है. मैं भी उस कानून को अच्छी तरह से समझ कर बंगाल में उसे लागू करूंगी, ताकि सीबीआइ का सहारा लेकर भाजपा अपनी मनमानी नहीं कर सके.
भाजपा के पास धनबल, पर जनबल नहीं
सीएम ने कहा कि भाजपा के पास अकूत धनबल है, लेकिन जनबल नहीं है. तृणमूल के पास जनबल है, लेकिन धनबल नहीं है. लोकसभा चुनाव आनेवाला है. पार्टी को प्रचार और चुनाव लड़ने के लिए काफी धन की जरूरत पड़ेगी. इसके लिए उन्होंने युवा तृणमूल कांग्रेस को जिम्मेवारी दी कि वे एक आॅनलाइन एप बनायें, क्योंकि चनाव के खर्च के लिए वह चोरी तो नहीं करेंगी.
लिहाजा आॅनलाइन एप की मदद से 10 से लेकर एक हजार रुपये तक लोग आॅनलाइन पार्टी को चंदा दे सकेंगे. तृणमूल कांग्रेस के स्थापना दिवस एक जनवरी को वह खुद इस एप का उद्घाटन करेंगी. उन्होंने कहा कि वह रुपये लेकर या समझौता करके राजनीति नहीं करती हैं. उनकी पार्टी कटमनि से नहीं चलती है, क्योंकि इन सबकी उन्हें जरूरत नहीं है.
हां, यह सच है कि भाजपा की तरह उनकी पार्टी के पास हजार करोड़ रुपये नहीं हैं. लेकिन उन लोगों के पास रुपये होने से क्या होगा? जनता तो उनके साथ नहीं है. इन्हीं रुपयों के दम पर वे लोग पूरे देश में काले कारनामे करते फिर रहे हैं. हालांकि भाजपा जो करती है, उससे ज्यादा प्रचार करती है. उनका यही प्रचार उन्हें कहीं का नहीं छोड़ेगा. अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए सुश्री बनर्जी ने कहा कि चुनाव प्रचार का खर्च निकालने के लिए वह खुद तस्वीर बनाती हैं. गाना लिखती हैं.
इससे जो आमदनी होती है, उससे वह पार्टी चलाती हैं. इतना सबकुछ करने के बावजूद भाजपावाले हमें चोर कहते हैं. पार्टी दफ्तर से सीबीआइ और अन्य एजेंसियों को निर्देश दिये जाते हैं. सीबीआइ और आरबीआइ को अपनी जेब में रख कर अपने इशारों पर चला रही है. भाजपा पूरे देश में तीन लक्ष्य लेकर चल रही है. इसमें एक मंदिर तो दूसरा एनआरसी और तीसरा सांप्रदायिक प्रोपेगंडा है.
यह ज्यादा दिन चलनेवाला नहीं है, क्योंकि सबसे बड़ी प्रतिमा बनाने का दावा करनेवाली पार्टी खुद एकदिन प्रतिमा बन जायेगी. ममता बनर्जी ने कहा कि 19 जनवरी को ब्रिगेड में होनेवाली तृणमूल कांग्रेस की सभा के लिए अभी से ही सभी नेताओं व कार्यकर्ताओं को जुट जाना चाहिए.
युवा तृणमूल कांग्रेस को दिया ऑनलाइन एेप बना कर चंदा संग्रह करने का दायित्व नायडू ने आंध्र प्रदेश में सीबीआइ पर लगाया प्रतिबंध
अमरावती. आंध प्रदेश सरकार की चंद्रबाबू नायडू सरकार ने सीबीआइ को राज्य में कानून के तहत शक्तियों के इस्तेमाल के लिए दी गयी ‘सामान्य रजामंदी’ वापस ले ली है.
आठ नवंबर को इस संबंध में जारी एक ‘गोपनीय’ सरकारी आदेश गुरुवार की रात लीक हो गया. इस में कहा गया कि दिल्ली विशेष पुलिस प्रतिष्ठान अधिनियम, 1946 की धारा-6 के तहत दी गयी शक्तियों का इस्तेमाल करते हुए सरकार दिल्ली विशेष पुलिस प्रतिष्ठान के सभी सदस्यों को इस कानून के तहत शक्तियों तथा क्षेत्राधिकार के इस्तेमाल हेतु दी गयी सामान्य रजामंदी सरकार वापस लेती है.
इस साल तीन अगस्त को आंध्र ने भ्रष्टाचार रोकथाम कानून के तहत विभिन्न कानूनों के तहत अपराधों की जांच के लिए केंद्र सरकार, केंद्र सरकार के उपक्रम के अधिकारियों और अन्य व्यक्तियों के खिलाफ जांच के लिए आंध्र प्रदेश में शक्तियों और क्षेत्राधिकार के इस्तेमाल के लिए दिल्ली विशेष पुलिस प्रतिष्ठान के सभी सदस्यों को सामान्य रजामंदी देने वाला सरकारी आदेश जारी किया था.
सीबीआइ भी दिल्ली विशेष पुलिस प्रतिष्ठान कानून के तहत काम करती है. इस साल मार्च में मोदी सरकार से संबंध तोड़ने के बाद से नायडू आरोप लगाते रहे हैं कि केंद्र सीबीआइ जैसी एजेंसियों का इस्तेमाल राजनीतिक विरोधियों को निशाना बनाने में कर रहा है. कुछ कारोबारी प्रतिष्ठानों पर आयकर अधिकारियों के हालिया छापे से नायडू बहुत नाराज हैं, क्योंकि इनमें से कुछ प्रतिष्ठान राज्य की सत्तारूढ तेदेपा के करीबियों के हैं.
