रंगदारी टैक्स नहीं देने पर खलासी का फोड़ दिया सिर, गाड़ी चालकों ने घंटों जाम की सड़क, बच्चों का छूटा स्कूल
कुल्टी थाना क्षेत्र के सांकतोड़िया पुलिस फांडी अंतर्गत डिशेरगढ़ घाट के निकट पुलिस नाका के पास वाहन चालकों से अवैध वसूली को लेकर शनिवार सुबह भारी हंगामा हो गया. ओडिशा से पश्चिम बर्दवान जिला के जामुड़िया इलाके में स्थित एक कारखाने में सामान लेकर आ रही ट्रक को वसूली के लिए पुलिस नाका के पास रोका गया.
आसनसोल/नितुरिया.
कुल्टी थाना क्षेत्र के सांकतोड़िया पुलिस फांडी अंतर्गत डिशेरगढ़ घाट के निकट पुलिस नाका के पास वाहन चालकों से अवैध वसूली को लेकर शनिवार सुबह भारी हंगामा हो गया. ओडिशा से पश्चिम बर्दवान जिला के जामुड़िया इलाके में स्थित एक कारखाने में सामान लेकर आ रही ट्रक को वसूली के लिए पुलिस नाका के पास रोका गया. खलासी मोहम्मद रफीक ने बताया कि 300 रुपये की मांग की गयी. इतना पैसा नहीं था तो मालिक को फोन किया गया. वे लोग कुछ सुनने को तैयार नहीं थे. चालक ने जैसे ही ट्रक को साइड में लगाने का प्रयास किया तो उनलोगों ने पत्थर से हमला कर दिया. जिसमें वे घायल हो गये. उनका सिर फट गया और खून निकलने लगा. यह देख पीछे खड़े सारे वाहन चालक ट्रक छोड़कर नीचे उतर गये और विरोध करने लगे. कुछ ही समय में स्टेट हाइवे-पांच पर डिशेरगढ़ घाट के दोनों ओर वाहनों की लंबी कतारें लग गयी. इस जाम से स्कूल वाहनें भी फंस गयी और बच्चे स्कूल नहीं जा पाए. कुछ छात्रों का परीक्षा भी छूट गया. ऑल ड्राइवर वेलफेयर एसोसिएशन पुरुलिया जिला के अध्यक्ष ने कहा कि यहां के डाक पुलिस के नाम पर हर वाहन से दो सौ से पांच सौ रुपये तक वसूली की जाती है. ओडिशा से जामुड़िया जा रही ट्रक को शनिवार जब रोका गया तब चालक ने सौ रुपये दिया. चालक ने बताया कि पैसे नहीं है. वे तीन सौ रुपये मांग रहे थे. चालक जब पैसा नहीं दे पाया तब वे गाली गलौज करने लगे और हाथापायी करने लगे. चालक जब गाड़ी को सड़क के किनारे लगाने का प्रयास कर रहे थे, उसी दौरान पत्थर चलाया गया, जो खलासी को लगा और वह घायल हो गया. खलासी पुरुलिया के हुड़ा थाना क्षेत्र के कपासोर इलाके का निवासी है. सूचना मिलते ही सब लोग पहुंचे हैं. पुलिस को घटना का सारा वीडियो फुटेज देकर कार्रवाई की मांग की गयी है. सुबह साढ़े छह बजे से 11 बजे तक सड़क अवरोध रहा. पुलिस द्वारा आरोपियों के खिलाफ उचित कार्रवाई का आश्वासन देने के बाद स्थिति सामान्य हुई. गौरतलब है कि पुरुलिया को पश्चिम बर्दवान से जोड़ने वाली स्टेट हाइवे-पांच पर आसनसोल दुर्गापुर पुलिस कमिश्नरेट (एडीपीसी) के कुल्टी थाना क्षेत्र में पहुंचने पर वाहन चालकों से रंगदारी टैक्स वसूलने का मामला हमेशा से ही चर्चा में रहा है. सांकतोड़िया पुलिस फांडी अंतर्गत डिशेरगढ़ घाट के पास पुलिस का एक नाका पॉइंट है. आरोप है कि यहीं पर स्थानीय कुछ युवक हर वाहन से पैसे वसूलते हैं और यह रहम दो सौ से पांच सौ रुपये के बीच होती है. पैसा गाड़ी के हिसाब से तय होता है.इस वसूली में परोक्ष रूप से स्थानीय पुलिस के शामिल होने की बात चालक एसोसिएशन के नेताओं ने बतायी. जिसके कारण ही वे लोग डर से पैसा दे देते हैं. नहीं देने पर गाड़ी को बिना वजह रोक दिया जाएगा और कानूनी उलझन लगा दी जाएगी. जिससे 300 रुपये के जगह 30 हजार रुपये का नुकसान हो जाएगा. यही सोचकर गाड़ी मालिक पैसे दे देते हैं. जिसका इनलोगों ने अधिकार समझ लिया है. पैसे नहीं देने पर चालक और खलासी की पिटायी, सरासर गुंडागर्दी है.
सीपी के हस्तक्षेप के बाद वसूली का कारोबार हुआ था बंद, फिर शुरू
सांकतोड़िया इलाके में वाहनों से वसूली का सिलसिला लंबे समय से चल रहा है. इसी वसूली के चक्कर में रात के समय वाहनों की लम्बी कतार लग जाती है. जिससे डिशेरगढ़ पुल (सुभाष सेतु) में भारी जाम फंस जाता है. छोटी वाहनों का निकलना भी मुश्किल हो जाता है. कुछ माह पहले स्थानीय एक पत्रकार इसी जाम में घंटो फंसे रहे. जिसका विरोध करने पर बदमाशों ने उनके साथ बदसलूकी की थी. इसकी शिकायत पुलिस आयुक्त तक पहुंचते ही उन्होंने एक्शन लिया और यहां वसूली बंद हो गयी. पुनः यह वसूली का करोबार शुरू हुआ है.प्रतिदिन करीब 10 लाख रुपये तक वसूली होने की है चर्चा
ट्रांसपोर्ट वेलफेयर एसोसिएशन के एक स्थानीय नेता ने बताया कि पुरुलिया से पश्चिम बर्दवान जिला में प्रतिदिन करीब चार हजार मालवाहक वाहनों का आना-जाना होता है. इन वाहनों से दो सौ से पांच सौ रुपये लिया जाता है. प्रतिदिन औसतन दस लाख रुपये से अधिक की वसूली यहां होती है. पुलिस के नाक के सामने यह सारा कुछ हो रहा है और पुलिस अधिकारी खामोश हैं. पैसे का बंदरबांट में अनेकों लोग शामिल हैं. जिसके कारण कोई इसका विरोध नहीं करता है. शनिवार को वे लोग यदि वाहन चालक पर हमला नहीं करते तो फिर किसी को कुछ पता नहीं चलता और सारा कुछ सिस्टम से जारी रहता. इसपर पूर्णरूप से अंकुश लगाना काफी कठिन है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
