आदिवासी नाबालिग से दुष्कर्म और हत्या के प्रतिवाद में आरोपी शिक्षक की फांसी की मांग पर जुलूस

जिले के रामपुरहाट थाना क्षेत्र के बारमेसिया ग्राम में 13 वर्षीय सातवीं कक्षा की आदिवासी छात्रा के साथ उसके स्कूल के शिक्षक पर दुष्कर्म के बाद उसकी हत्या करने का आरोप है.

By SUBODH KUMAR SINGH | October 10, 2025 1:37 AM

आदिवासी संगठनों की ओर से निकाला गया जुलूस

प्रतिनिधि, बीरभूम

जिले के रामपुरहाट थाना क्षेत्र के बारमेसिया ग्राम में 13 वर्षीय सातवीं कक्षा की आदिवासी छात्रा के साथ उसके स्कूल के शिक्षक पर दुष्कर्म के बाद उसकी हत्या करने का आरोप है. गुरुवार को अभियुक्त शिक्षक मनोज कुमार पाल की फांसी की मांग को लेकर झारखंड और राज्य के विभिन्न क्षेत्रों से विभिन्न आदिवासी संगठनों ने विशाल जुलूस निकाला. गुरुवार को रामपुरहाट के पांचमाथा मोड़ से शुरू कर उक्त जुलूस ने समूचे शहर की परिक्रमा की.

इस दौरान पुरुष और महिलाओं के साथ आदिवासी बच्चे भी अपने पारंपरिक अस्त्र शस्त्र के साथ जुलूस में शामिल हुए थे. हाथों में तख्तियां लेकर अभियुक्त शिक्षक मनोज कुमार पाल की फांसी की मांग की जा रही थी. इस जुलूस में शामिल सभी लोग एक सुर में यह भी कह रहे थे कि शिक्षक मनोज की मदद करने वाले लोगों को भी गिरफ्तार किया जाये. उनके नाम सामने लाये जायें. गौरतलब है कि उक्त छात्रा गत 28 अगस्त से लापता हो गयी थी.

बीस दिनों बाद छात्रा का शव कई टुकड़ों में सेतु के नीचे से बस्ते में पुलिस ने बरामद किया था. इस घटना में शामिल स्कूल के ही शिक्षक मनोज कुमार पाल को पुलिस ने गिरफ्तार कर नौ दिनों के पुलिस रिमांड पर लेकर तलाशी अभियान चलाया.

शिक्षक के घर से सेक्स टॉयज के साथ सर्जिकल सामग्री भी पुलिस ने बरामद की थी. दुर्गापुर से पहुंची फॉरेंसिक टीम ने शिक्षक के घर से नमूना इकट्ठा किया था. पोस्टमार्टम में छात्रा के दोनों हाथ और प्राइवेट पार्ट नहीं मिले थे. शरीर के अन्य हिस्सों के नहीं मिलने के बाद पुलिस की परेशानी बढ़ गयी है. पुलिस सूत्रों से पता चला है कि मनोज कुमार पाल पुरुलिया में एक स्कूल में पढ़ाता था. वहां की एक शिक्षिका को अपने प्रेम जाल में फंसाकर उसने विवाह किया. लेकिन विवाह के कुछ दिनों बाद शिक्षक मनोज का अन्य कई महिलाओं के साथ अवैध संबंध कायम हो गया.

पत्नी ने मनोज के इस हरकत की जानकारी के बाद तलाक ले लिया. स्कूल में भी मनोज की हरकत के बाद उसे वहां से ट्रांसफर रामपुरहाट कर दिया गया था. यहां भी स्कूल की छात्राओं के साथ अशालीन आचरण शिक्षक करने लगा. आदिवासी छात्रा की हत्या की घटना के बाद पुलिस ने अभियुक्त शिक्षक को गिरफ्तार कर लिया है.

जिला पुलिस अधीक्षक अमनदीप ने मीडिया को बताया था कि नौ दिनों की जांच में चार्जशीट अदालत में जमा कर दी गयी थी. बीरभूम जिला भाजपा पार्टी अध्यक्ष ध्रुव साहा ने कहा कि अभियुक्त शिक्षक की मदद करने वाले तृणमूल के श्रमिक नेता समेत अन्य लोगों को भी गिरफ्तार किया जाये. गुरुवार को आदिवासी संगठनों ने जुलूस निकाला. आदिवासी संगठन के नेताओं ने कहा कि पुलिस अब भी मामले की सटीक जांच नहीं कर पा रही है. नाबालिग के देह के अन्य अंगों को पुलिस नहीं तलाश पाॉयी है. पुलिस ने अब तक अभियुक्त शिक्षक की मदद करने वालों के खिलाफ उपयुक्त कदम नहीं उठाया है.

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