पुलिस जांच में निर्दोष निकला पूर्व चिरेकाकर्मी

रूपनारायणपुर : चिरेका के पूर्व कर्मी सह रूपनारायणपुर इलाके के निवासी प्रदीप शर्मा (67) को चित्तरंजन थाना पुलिस ने मंगलवार को गांजा और हथियार बरामदगी के झूठे मामले में फंसाने की शिकायत पर पुलिस आयुक्त देवेंद्र प्रकाश सिंह ने तत्काल जांच का आदेश एडीसीपी (वेस्ट) अनामित्र दास को दिया. पुलिस आयुक्त के आदेश पर एसीपी […]

By Prabhat Khabar Print Desk | August 22, 2019 12:30 AM

रूपनारायणपुर : चिरेका के पूर्व कर्मी सह रूपनारायणपुर इलाके के निवासी प्रदीप शर्मा (67) को चित्तरंजन थाना पुलिस ने मंगलवार को गांजा और हथियार बरामदगी के झूठे मामले में फंसाने की शिकायत पर पुलिस आयुक्त देवेंद्र प्रकाश सिंह ने तत्काल जांच का आदेश एडीसीपी (वेस्ट) अनामित्र दास को दिया.

पुलिस आयुक्त के आदेश पर एसीपी (वेस्ट) शांतब्रत चंद चित्तरंजन थाने में आकर इस घटना की जांच की और पाया कि श्री शर्मा निर्दोष है. उसे रात को थाने से मुक्त कर दिया गया. पुलिस आयुक्त श्री सिंह ने कहा कि घटना की जांच की जा रही है. यदि कोई पुलिस अधिकरी और कर्मी इसमें दोषी हैं. उनपर उचित कार्रवाई की जायेगी.
क्या है मामला
मंगलवार सुबह चित्तरंजन थाना में तैनात सहायक अवर निरीक्षक (एएसआई) हरेराम पाठक ने चित्तरंजन बहू मार्केट में स्थित इंडियन गैस एजेंसी के कार्यालय के समक्ष प्रदीप शर्मा को पकड़ा. उनकी गाड़ी में लटका हुआ एक बैग बरामद किया. जिसमें गांजा और एक पाइपगन था. श्री शर्मा ने कहा कि यह बैग उनका नहीं है.
वह गैस एजेंसी के कार्यालय में कुछ कागजात जमा करने आये थे. इस बीच उनकी गाड़ी में यह बैग किसने टांग दिया, उन्हें नहीं पता. एएसआई श्री पाठक ने कुछ न सुना और श्री शर्मा को अपने साथ उठाकर थाने ले आये. इसकी सूचना किसी माध्यम से पुलिस आयुक्त श्री सिंह को मिली.
उन्होंने तत्काल एडीसीपी (वेस्ट) श्री दास को मामले की निष्पक्ष जांच कर रिपोर्ट भेजने को कहा. पुलिस आयुक्त का आदेश मिलते ही एसीपी (वेस्ट) श्री चंद चित्तरंजन थाना पहुंचे और मामले की गहराई से जांच की. जांच में श्री शर्मा को निर्दोष पाया. पुलिस आयुक्त के आदेश पर उन्हें रात को थाने से मुक्त कर दिया गया.
जांच में क्या खुलासा हुआ
जांच में श्री शर्मा ने एसीपी को बताया कि इंडियन गैस एजेंसी के कर्मी पिनाकी ने मंगलवार सुबह के उन्हें सात बार फोन करके एजेंसी में बुलाया. पिनाकी ने फोन पर कहा कि उनके गैस का सब्सिडी बन्द हो गई है.
कुछ कागजात एजेंसी में आकर जमा करना होगा और हस्ताक्षर करना होगा. बार-बार फोन करने के बावजूद नहीं आने पर पिनाकी पनारायणपुर स्थित उनके आवास में आया और कहा कि कुल 45 लोगों की सब्सिडी बन्द करने की सूची आयी है.
आकर कागज जमा कर दें. जिसके उपरांत वह सारे कागजात जेरॉक्स कर एजेंसी में अपने स्कूटर से गए. गाड़ी पार्क करके जैसे ही एजेंसी कार्यालय में गए. पीछे से पुलिस उन्हें आकर पकड़ लिया. कार्यालय से उन्हें बाहर लायी और स्कूटर दिखा कर पूछा कि यह गाड़ी आपकी है.
हां कहने पर गाड़ी में लटका बैग दिखाकर पूछा कि यह बैग आपका है. श्री शर्मा ने पुलिस अधिकारी को कहा कि बैग उनका नहीं है. सिविक जवान ने बैग खोला, उसमें करीब दो किलो गांजा और एक देशी कट्टा था. उनका कुछ भी नहीं सुना सीधे थाने लेकर चली आयी.
श्री शर्मा ने एसीपी को बताया कि उनकी बेटी की शादी चिरेका के एक मेकेनिकल ठेकेदार से हुई थी. दोनों में तलाक हो गया है. भरण पोषण को लेकर मामला अदालत में चल रहा था. अदालत ने उनकी बेटी के पक्ष में फैसला सुनाया. ठेकेदार को एकमुश्त छह लाख रुपया और प्रतिमाह 14 हजार रुपया भुगतान करने का आदेश दिया. ठेकेदार उसके बाद से ही उनलोगों को बर्बाद करने की धमकी दे रहा है.

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