आगरा में गहराया जलसंकट, टैंकर से खरीदना पड़ रहा पानी, बारिश की वजह से गंग नहर में जमा हुआ गाद

ताजनगरी में 2 दिन से लोगों को गंगा जल की आपूर्ति नहीं हो रही है. कुछ क्षेत्रों में पानी आ भी रहा है तो वह काफी गंदा और बदबूदार है. ऐसे में लोगों को पानी के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है.

By Prabhat Khabar | March 27, 2023 11:28 AM

आगरा : ताजनगरी में 2 दिन से लोगों को गंगा जल की आपूर्ति नहीं हो रही है. कुछ क्षेत्रों में पानी आ भी रहा है तो वह काफी गंदा और बदबूदार है. ऐसे में लोगों को पानी के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है. वहीं दूसरी तरफ उन्हें टैंकर से पानी खरीदकर अपने दैनिक कार्य करने पड़ रहे हैं. बताया जा रहा है कि गंग नहर में बरसात की वजह से गाद जमा हो गई है. जिसकी वजह से आगरा में कम मात्रा में गंगा जल की आपूर्ति हो पा रही है. और इसी वजह से जिले के कई ऐसे क्षेत्र हैं जहां पर पानी नहीं पहुंच रहा

बारिश के कारण गंग नहर में जमा हुआ गाद

जलकल महाप्रबंधक कुलदीप सिंह ने बताया कि पहाड़ों पर बारिश के कारण गंग नहर में गाद जमा हो गई है. ऐसे में आगरा में 150 क्यूसेक की जगह 60 कि उसे गंगाजल ही मिल रहा है. और यह स्थिति करीब 2 से 3 दिन तक बनी रहेगी. वहीं उन्होंने कहा कि सिंचाई विभाग के अधिकारियों ने दावा किया है कि जल्द से जल्द गंगाजल की सप्लाई पूरी तरह से बहाल कर दी जाएगी. आगरा में कई क्षेत्र के लोगों को रविवार की तरह सोमवार को भी पानी के लिए संघर्ष करना पड़ा. गंगाजल की सप्लाई घटने की वजह से ट्रांस यमुना कॉलोनी, कालिंदी बिहार, नराईच, अर्जुन नगर, नौलक्खा, छावनी, देवरी रोड, सेवला, ताजगंज क्षेत्र में लोगों को पानी के लिए टैंकर पर आश्रित होना पड़ रहा है.

शुद्ध जल के लिए 10 से 30 रुपये देने पड़ रहे हैं

टेड़ी बगिया क्षेत्र में रहने वाली क्षेत्रीय निवासी रीना का कहना है कि क्षेत्र में वैसे भी कभी पानी नहीं आता पानी की पाइप लाइन डली हुई है लेकिन उनमें बहुत ही कम आपूर्ति हो पाती है. वहीं एक-दो दिन से बिल्कुल भी पानी नहीं आ रहा. ऐसे में हम लोगों को टैंकर से पानी खरीदना पड़ रहा है. 10 से 30 रुपये ड्रम तक के दाम हमें चुकाने पड़ रहे हैं. क्षेत्र में पानी की टंकी भी लगी हुई है लेकिन अधिकतर यहां पानी की आपूर्ति नहीं हो पाती और उसके लिए हमें टैंकरों पर ही निर्भर होना पड़ता है. प्राप्त जानकारी के अनुसार यमुना जल सप्लाई करने वाला 150 करोड़ की लागत से बना एमबीबीआर संयंत्र 144 की जगह 72 एमएलडी क्षमता से चल रहा था. जिसे अब दोबारा 144 एमएलडी से चलाया जाएगा. जबकि गंगाजल सप्लाई करने वाला 144 एमएलडी संयंत्र सिल्ट की वजह से प्रभावित रहेगा. सिकंदरा से गंगाजल जीवनी मंडी होकर 90 और 45 एमएलडी प्लांट से सप्लाई होता था. यहां भी इस समय सप्लाई कम आ रही है. जिसकी वजह से लोगों को पानी की आपूर्ति सही से नहीं हो पा रही.

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