कोल्हान यूनिवर्सिटी में नयी शिक्षा नीति और कौशल विकास पर होगा जोर, गुणवत्ता शिक्षा प्राथमिकता : कुलपति

Jharkhand news, Chaibasa news : कोल्हान विश्वविद्यालय (Kolhan University) में नयी शिक्षा नीति और कौशल विकास पर विशेष जोर दिया जायेगा. सरकार के शिक्षा नीति को धरातल पर उतारने की हम सबों की जिम्मेदारी है. गुणवत्ता शिक्षा हमारी लिए प्राथमिकता होगी. यह बातें कोल्हान यूनिवर्सिटी के कुलपति डॉ गंगाधर पंडा ने गुरुवार (13 अगस्त, 2020) को कोल्हान यूनिवर्सिटी के 12वां स्थापना दिवस में सीनेट हॉल में आयोजित समारोह में कहीं. इस दौरान उन्होंने कोविड-19 में बचाव के बारे जानकारी देते हुए कहा कि सरकार के प्रत्येक नियम को हम सबों को पालन करना अनिवार्य है. विश्व में यह सबसे बढ़ा महामारी है. सोशल डिस्टैंसिंग और मास्क पहनना ही इसका इलाज है. स्थापना दिवस समारोह का ऑनलाइन प्रसारण भी किया गया. साथ ही गुगुल मीट के तहत विभिन्न कॉलेजों के शिक्षक और विद्यार्थी भी शामिल हुए. इस दौरान ऑनलाइन आमंत्रित जनप्रतिनिधि भी भाग लिए.

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 13, 2020 8:54 PM

Jharkhand news, Chaibasa news : चाईबासा (सुकेश कुमार) : कोल्हान विश्वविद्यालय (Kolhan University) में नयी शिक्षा नीति और कौशल विकास पर विशेष जोर दिया जायेगा. सरकार के शिक्षा नीति को धरातल पर उतारने की हम सबों की जिम्मेदारी है. गुणवत्ता शिक्षा हमारी लिए प्राथमिकता होगी. यह बातें कोल्हान यूनिवर्सिटी के कुलपति डॉ गंगाधर पंडा ने गुरुवार (13 अगस्त, 2020) को कोल्हान यूनिवर्सिटी के 12वां स्थापना दिवस में सीनेट हॉल में आयोजित समारोह में कहीं. इस दौरान उन्होंने कोविड-19 में बचाव के बारे जानकारी देते हुए कहा कि सरकार के प्रत्येक नियम को हम सबों को पालन करना अनिवार्य है. विश्व में यह सबसे बढ़ा महामारी है. सोशल डिस्टैंसिंग और मास्क पहनना ही इसका इलाज है. स्थापना दिवस समारोह का ऑनलाइन प्रसारण भी किया गया. साथ ही गुगुल मीट के तहत विभिन्न कॉलेजों के शिक्षक और विद्यार्थी भी शामिल हुए. इस दौरान ऑनलाइन आमंत्रित जनप्रतिनिधि भी भाग लिए.

कुलपति ने कहा कि प्रत्येक कॉलेजों में गुणवत्ता शिक्षा हो, इस पर योजना तैयार किया गया है. कोल्हान यूनिवर्सिटी ने कम समय पर में ही कई उपलब्धि हासिल किया है. अपना प्रशासनिक भवन और परीक्षा विभाग का होना गर्व की बात है. जल्द ही डाटा सेंटर, गेस्ट हाउस, ऑडिटोरियम के अलावा विवि परिसर में सौर्दरीकरण का कार्य अंतिम चरण पर है, जो जल्द ही पूरा हो जायेगा.

उन्होंने यूनिवर्सिटी के बिंदुवार कई उपलब्धि भी गिनाएं. प्रत्येक कॉलेजों में सीबीसीएस के तहत गुणवत्ता शिक्षा बने इसको लेकर कड़ा कदम उठाया जायेगा. कॉलेजों में घंटी आधारित शिक्षकों की बहाली की जायेगी. जिस पर कार्य आरंभ हो गया है. रोस्टर के आधार पर बहाली प्रक्रिया आरंभ होगा. जब तक सरकार की ओर से स्थायी बहाली नहीं किया जाता है, तब तक अस्थायी शिक्षकों के माध्यम से गुणवत्ता युक्त शिक्षा को बरकारार रखा जायेगा.

मौके पर विशिष्ठ अतिथि प्रतिकुलपति डॉ अरुण कुमार सिन्हा ने कहा कि विद्यार्थी के बिना यूनिवर्सिटी बेकार है. शिक्षा के बिना कॉलेज बेकार है. इसलिए हमारी पहली प्राथमिकता शिक्षा को बढ़ावा देना है. साथ ही विद्यार्थियों की समस्या का समाधान करना है. हमें पूरा विश्वास है कि आने वाले दिनों में शिक्षक और विद्यार्थी दोनों मिल कर कॉलेजों में गुणवत्ता
युक्त शिक्षा का माहौल बनायेंगे.

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उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों की भी जिम्मेदारी है कि वे इमानदारी से नियमित कॉलेज करें तथा कक्षाएं करें. लॉकडाउन के बाद शिक्षा के पाठ्यक्रम को बेहतर करने के लिए विवि की ओर से कई रणनीति तैयार किया गया है. जिसे कॉलेज स्तर पर लागू किया जायेगा. उन्होंने सरकार के लॉकडाउन नियम को सख्ती से पालन करने की आग्रह आम जनता से किया.

समारोह का स्वागत भाषण डीएसडब्ल्यू डॉ पीकेसी रमण ने किया. वहीं, कुलसचिव डॉ एसएन सिंह ने यूनिवर्सिटी के अबतक की उपलब्धियों को बताया. समारोह का संचालन पॉलिटिकल विभाग के सहायक प्रोफेसर डॉ एमएन सिंह ने किया. मौके पर मुख्य रूप से परीक्षा नियंत्रक डॉ पीके पाणी, एफए सुधांशु कुमार, पूर्व डीन डॉ एसपी मंडल समेत नियमित संख्या में शिक्षक और पदाधिकारी उपस्थित थे.

यूनिवर्सिटी में 5 रिटायर शिक्षक हुई सम्मानित

कोल्हान यूनिवर्सिटी में आयोजित स्थापना दिवस समारोह में 5 रिटायर शिक्षक को सम्मानित किया गया. जिसमें मानविकी डीन सह पूर्व विभागाध्यक्ष डॉ एसपी मंडल, मनोविज्ञान के पूर्व विभागाध्यक्ष प्रो व्यास सिंह, डॉ किरण समेत अन्य 2 सहायक प्रोफेसर शामिल थे. कुलपति डॉ गंगाधर पंडा ने सभी शिक्षकों को शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया. साथ ही उनके उज्जवल भविष्य की कामना की. उन्होंने कहा कि शिक्षक कभी रिटायर नहीं होते हैं. उनके जीवन का नया पाठशाला अब आरंभ हुआ है. यूनिवर्सिटी इन सभी शिक्षकों का कभी श्रेणी नहीं भुलेगा. उन्होंने कहा कि यूनिवर्सिटी में सोशल डिस्टैंसिंग का पालन हो, इसको लेकर यूनिवर्सिटी स्तर से ही कॉलेजों में भी सम्मान समारोह का आयेाजन किया गया, जिसमें रिटायर शिक्षकों को सम्मानित किया गया.

Posted By : Samir Ranjan.

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