जहाज और ट्रेन की यात्रा एक रुपया में! पत्थलगड़ी समर्थकों ने बंदगांव के 13 गांवों के लोगों से राशन और आधार कार्ड छीने

चक्रधरपुर : पत्थलगड़ी समर्थक ग्रामीणों को एक रुपया में हवाई जहाज और रेल की यात्रा का लालच दे रहे हैं. उन्हें सरकारी लाभ लेने से रोक रहे हैं. उन्होंने बंदगांव की तीन पंचायतों के 13 गांवों के ग्रामीणों के राशन, आधार कार्ड और बैंक पासबुक छीन लिये हैं. मामला बीडीओ के साथ बैठक के दौरान […]

By Prabhat Khabar Print Desk | June 19, 2019 10:14 AM

चक्रधरपुर : पत्थलगड़ी समर्थक ग्रामीणों को एक रुपया में हवाई जहाज और रेल की यात्रा का लालच दे रहे हैं. उन्हें सरकारी लाभ लेने से रोक रहे हैं. उन्होंने बंदगांव की तीन पंचायतों के 13 गांवों के ग्रामीणों के राशन, आधार कार्ड और बैंक पासबुक छीन लिये हैं. मामला बीडीओ के साथ बैठक के दौरान सामने आया.
बंदगांव हाट परिसर में सोमवार को बीडीओ कामेश्वर बेदिया और मानकी-मुंडाओं की बैठक चल रही थी. इसी दौरान बीडीओ को जानकारी दी गयी कि बंदगांव की चांपाबा, जलासर व मेरमगुटू पंचायत में पत्थलगड़ी समर्थक ग्रामीणों को सरकारी लाभ लेने से रोक रहे हैं.

खूंटी के नामजद फरार अभियुक्त जोसेफ पूर्ति व मुरहू के बिरसा ओड़िया के नेतृत्व में पत्थलगड़ी समर्थक इन तीनों पंचायतों में सक्रिय हैं. अब तक 13 गांवों से ग्रामीणों का बैंक खाता, राशन व आधार कार्ड जब्त कर लियाे हैं. ग्रामीणों को एक रुपया में जहाज का सफर, ट्रेन की यात्रा व पूरे परिवार काे अनाज का लालच दिया जा रहा है. जोसेफ पूर्ति और ओड़िया छह माह पहले ही गुजरात से प्रशिक्षण लेकर बंदगांव आये हैं.

इन गांवों में पत्थलगड़ी समर्थकों का कब्जा

बंदगांव के कारला, करू, हेसाडीह, लोटो, बुनुमउली, कुंदरुगुटु, सुइदहोलोंग, चांपाबा, कुकरुबारु, टोकाद हातु, अरकोड़ा, जलासर व एक अन्य गांव में पत्थलगड़ी समर्थकों ने अघोषित कब्जा जमा रखा है. बताया गया कि दोनों नेतृत्वकर्ता व उनके समर्थक ग्रामीणों को सपने दिखा रहे हैं. पत्थलगड़ी समर्थक वृद्धा पेंशन, राशन, मनरेगा योजना, प्रधानमंत्री आवास, आंगनबाड़ी केंद्र, स्कूली शिक्षा समेत अन्य सरकारी योजनाओं व लाभ का बहिष्कार करने के लिए ग्रामीणों को उकसा रहे हैं.

वोटिंग नहीं करने वाले ग्रामीणों का समूह बनाया

पत्थलगड़ी समर्थक ग्रामीणों को दो अलग-अलग भागों में बांट रहे हैं. लोकसभा चुनाव में मतदान करने वाले और नहीं करने वालों को दो अलग-अलग समूहों में बांटा गया है. चुनाव में मतदान करने वालों का सामाजिक बहिष्कार किया जा रहा है.

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