मरीज चार घंटे तक इंतजार करा नहीं आयी एंबुलेंस

सदर अस्पताल से रांची रेफर किया गया था 108 एंबुलेंस पर फोन किया, तो कहा चार घंटे बाद आयेंगे पांच घंटे बाद निजी एंबुलेंस से मरीज को भेजा पेड़ से दातुन तोड़ परिवार चलाता था चाईबासा : सरकार व विभाग के तमाम प्रयासों के बावजूद स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार नहीं हो रही है. चाईबासा सदर […]

By Prabhat Khabar Print Desk | March 17, 2019 2:34 AM

सदर अस्पताल से रांची रेफर किया गया था

108 एंबुलेंस पर फोन किया, तो कहा चार घंटे बाद आयेंगे

पांच घंटे बाद निजी एंबुलेंस से मरीज को भेजा

पेड़ से दातुन तोड़ परिवार चलाता था

चाईबासा : सरकार व विभाग के तमाम प्रयासों के बावजूद स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार नहीं हो रही है. चाईबासा सदर अस्पताल में शनिवार को मरीज चार घंटे तक एंबुलेंस में तड़पता रहा. दरअसल बंदगांव प्रखंड के सारूगाड़ा गांव के हनूप टूटी (54) की शुक्रवार की शाम चार बजे दातुन तोड़ने के दौरान पेड़ से गिरने पर रीढ़ की हड्डी टूट गयी.

शनिवार को उसे इलाज कारण के लिए अनुमंडल अस्पताल चक्रधरपुर लाया गया. वहां से उसे रेफर चाईबासा कर दिया. परिजनों ने शनिवार की दोपहर 2.30 बजे सदर अस्पताल चाईबासा पहुंचाया. यहां प्राथमिक उपचार के बाद उसे रांची रिम्स रेफर कर दिया गया. परिजनों ने 108 एंबुलेंस के लिए फोन किया. उसने चार घंटे बाद आने की बात कहीं. शाम पांच बजे तक एंबुलेंस नहीं पहुंची.

इसके बाद परिजनों ने प्राइवेट एंबुलेंस की व्यवस्था कर मरीज को रांची रिम्स भेजा. वहीं दूसरा मामला मझगांव का आया. ब्रेन हेमरेज के मरीज को जमशेदपुर या रांची रेफर किया गया. उन्हें एंबुलेंस नहीं मिल सकी. प्राइवेट एंबुलेंस से मरीज को रांची ले जाया गया. वह दातुन बेचकर परिवार का भरण-पोषण करता है. इसी क्रम में विधायक शशिभूषण सामड मरीज को देखने अस्पताल पहुंचे.

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