दुर्भाग्य : मानव तस्कर ने दिल्ली में बेच दिया था, घर आने को तड़प रही आदिवासी बच्ची

गुमला जिले के पालकोट प्रखंड स्थित नागोटोली गांव निवासी 13 साल की नाबालिग बच्ची दिल्ली में बंधक है.

By Prabhat Khabar | October 22, 2020 3:07 AM

गुमला जिले के पालकोट प्रखंड स्थित नागोटोली गांव निवासी 13 साल की नाबालिग बच्ची दिल्ली में बंधक है. साल भर पहले मानव तस्कर ने उसे दिल्ली ले जाकर बेच दिया था. नाबालिग को घर में बंधक बनाकर मकान मालिक उससे दाई का काम करा रहा है. साथ ही उसे प्रताड़ित भी कर रहा है.

दिसंबर 2019 में उसे पालतू कुत्ते ने काट लिया, लेकिन मालिक ने उसका इलाज भी नहीं कराया. नाबालिग ने किसी तरह फोन पर अपनी मां को यह जानकारी दी और मुक्त कराने की गुहार लगायी है. मां-बेटी के बीच हुई उस बातचीत का ऑडियो ‘प्रभात खबर’ के पास उपलब्ध है. नाबालिग बच्ची घर लौटना चाहती है. उधर, ‘शक्ति वाहिनी, दिल्ली’ को भी यह ऑडियो मिल चुका है. संस्था ने झारखंड के डीजीपी व सीआइडी के एडीजे को ट्वीट कर बच्ची को बचाने की मांग की है.

मई 2019 में मानव तस्कर अजीत बहला-फुसलाकर मेरी बेटी को दिल्ली ले गया और उसे बेच दिया. कई माह तक मेरी बेटी का कुछ पता ही नहीं चला कि वह दिल्ली में कहां है. काफी मिन्नत करने के बाद अजीत ने दिल्ली के किसी व्यक्ति का फोन नंबर दिया.

उस नंबर पर कुछ दिन पहले कॉल करने पर बेटी से बात हो सकी. मेरी बेटी ने कहा :

अजीत सही आदमी नहीं है. वह जल्द ही मुझे इस घर से निकाल कर कहीं दूसरे घर ले जायेगा. मुझे यहां नहीं रहना है. अब कष्ट नहीं सह पा रही हूं. मेरी तबीयत भी खराब है. फोन पर बातचीत में लड़की ने मां को बताया कि उसे दिल्ली के राजौरी गार्डन-65 स्थित एक घर में रखा गया है. इससे छह माह पूर्व उससे किसी और के घर में काम कराया गया था. वहां भी उसे प्रताड़ित किया जाता था.

पति की हो चुकी है मौत पंजाब में हैं मां और भाई

नाबालिग लड़की की मां ने बताया कि उसके पति का निधन हो चुका है. उसकी तीन बेटियां और दो बेटे हैं. दो बेटियों की शादी हो चुकी है. एक बेटी को मानव तस्कर ने दिल्ली में बेच दिया है. जबकि, एक बेटे को अपने सास-ससुर के पास गांव में छोड़ दिया है और एक बेटे को अपने साथ लेकर दो वर्ष पहले जालंधर चली आयी है. वहीं, मजदूरी करती है. चूंकि उसके पास पैसे नहीं है, इसलिए वह बेटी से मिलने दिल्ली नहीं जा पा रही है. उसने झारखंड सरकार से बेटी को बचाने की गुहार लगायी है.

posted by : sameer oraon

Next Article

Exit mobile version