Ranchi News परमेश्वर को खोजने का अर्थ है अपने पापो का प्रायश्चित करना : बिशप दीपक
जीइएल चर्च कलीसिया महिला संघ का 72वां दो दिवसीय वार्षिक सम्मेलन सोमवार से अंडमान में शुरू हुआ.
अंडमान में महिला संघ के वार्षिक सम्मेलन में शामिल हुए मॉडरेटर और पदाधिकारी
रांची. जीइएल चर्च कलीसिया महिला संघ का 72वां दो दिवसीय वार्षिक सम्मेलन सोमवार से अंडमान में शुरू हुआ. अंडमान के पोर्ट ब्लेयर (अब श्री विजयापुरम) स्थित नयागांव मंडली में हुए इस सम्मेलन में चर्च प्रमुख मॉडरेटर बिशप मार्शल केरकेट्टा, बिशप सीमांत तिर्की, बिशप मोहन लाल मांजर, बिशप दीपक केरकेट्टा, बिशप लोलस मिंज, महासचिव ईश्वर दत्त कंडुलना, अटल खेस, रेव्ह सुमित अभय केरकेट्टा, रेव्ह निरल बागे सहित अन्य उपस्थित थे.इस सम्मेलन की थीम बाइबल के वचन आदि में वचन था, वचन परमेश्वर था, वचन परमेश्वर के साथ और वचन परमेश्वर था” से लिया गया था. आज उदघाटन सत्र में उत्तर-पूर्व डायसिस के बिशप दीपक केरकेट्टा ने कहा कि परमेश्वर को खोजेंगे तो जीवित रहेंगे. उन्होंने बाइबल के आलोक में कहा कि इस्राइली सभी धार्मिक विधियों का पालन तो करते थे पर परमेश्वर को खुश करने के लिए नहीं. जो हृदय से परमेश्वर की आराधना करता है, उनका आत्मिक जीवन अच्छा होता है. बिशप दीपक ने कहा कि परमेश्वर को खोजने का अर्थ है अपने पापों का पश्चाताप करना और परमेश्वर की ओर लौटने से है.
इससे पूर्व महिला संघ और अंडमान पेरिश की ओर से अतिथियों का स्वागत पारंपरिक रीति-रिवाजों के साथ किया गया. मंगलवार को सम्मेलन में चर्च की महिला संघ से जुड़े विभिन्न विषयों पर भी मंथन होगा. सम्मेलन में शामिल होने के लिए रांची (झारखंड) सहित कई राज्यों से जीइएल चर्च के प्रतिनिधि अंडमान पहुंचने लगे थे. अंडमान में मौजूद रांची कम्युनिटी (झारखंडी आदिवासी मूल के लोगों) की अच्छी संख्या है. उनमें बड़ी संख्या में जीइएल चर्च के विश्नासी भी शामिल है. आज सम्मेलन में महिला संघ की सभापति शमा रानी कंडुलना, सचिव रेव्ह शशि रीता कंडुलना, रेव्ह आशीषन कंडुलना, रेव्ह पुष्पा टुटी, कुसुम बागे सहित बड़ी संख्या में स्थानीय विश्वासी उपस्थित थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
