छह ग्रिड व ट्रांसमिशन लाइन का ऑनलाइन उदघाटन, बिजली के मामले में झारखंड जल्द होगा आत्मनिर्भर : हेमंत सोरेन

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने मंगलवार को प्रोजेक्ट भवन सभागार में आयोजित एक समारोह में गढ़वा, गिरिडीह, देवघर, दुमका और गोड्डा जिले में छह ग्रिड व ट्रांसमिशन लाइन का अॉनलाइन उदघाटन किया

By Prabhat Khabar | August 19, 2020 2:37 AM

रांची : मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने मंगलवार को प्रोजेक्ट भवन सभागार में आयोजित एक समारोह में गढ़वा, गिरिडीह, देवघर, दुमका और गोड्डा जिले में छह ग्रिड व ट्रांसमिशन लाइन का अॉनलाइन उदघाटन किया. सबसे खास बात यह है कि गढ़वा जिले को आजादी के 74वें वर्ष में पहली बार झारखंड की बिजली मिलेगी, वह भी फुल लोड के साथ. अब तक यहां यूपी और बिहार से बिजली मिलती थी.

इन परियोजनाओं के शुरू होने से जेवीबीएनएल अब डीवीसी कमांड एरिया में भी आपूर्ति करने में सक्षम हो गया है. मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के विकास में यह मील का पत्थर साबित होगा. कोरोना संकट में इन छह बिजली परियोजनाओं का कार्य पूरा कर उसे शुरू करना एक बड़ी चुनौती थी, लेकिन सरकार की संकल्पशीलता ने यह संभव कर दिखाया.

उन्होंने कहा कि इन परियोजनाओं से दूसरों पर बिजली के लिए निर्भरता कम होगी और हम ग्रामीण इलाकों से लेकर उद्योग-धंधों को बिजली आपूर्ति करने में सक्षम होंगे. उन्होंने कहा कि सरकार इस बात के लिए प्रतिबद्ध है कि गांव-गांव बिजली पहुंचे. घर-घर रोशन हो, इसी संकल्प के साथ बिजली परियोजनाओं के काम की गति तेज की गयी है.

निर्बाध बिजली आपूर्ति की दिशा में बढ़े बड़े कदम : श्री सोरेन ने कहा कि इन छह बिजली परियोजनाओं के शुरू होने से निर्बाध बिजली आपूर्ति होगी. गढ़वा में जहां बिजली के लिए दूसरे राज्य से आपूर्ति पर निर्भरता थी, वहीं अब भागोडीह ग्रिड सब स्टेशन व संचरण लाइन शुरू होने से इससे निजात मिल गयी है. वहीं, जसीडीह ग्रिड सब स्टेशन के चालू होने से देवघर में निर्बाध बिजली आपूर्ति हो सकेगी. इसके साथ ही देवघर में एम्स और एयरपोर्ट का निर्माण कार्य हो रहा है. देवघर में पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा.

डीवीसी से नहीं लेनी होगी महंगी बिजली : सीएम ने कहा कि गिरिडीह जिले में बिजली आपूर्ति के लिए डीवीसी पर निर्भरता नहीं रहेगी. डीवीसी एक व्यापारिक संस्था है. वह औद्योगिक इकाइयों को बिजली देने में आगे रहती है, लेकिन झारखंड के ग्रामीण इलाकों में बिजली आपूर्ति को लेकर अलग रवैया अपनाती है. लेकिन, अब इससे छुटकारा मिल गया है. इतना ही नहीं, जहां डीवीसी से पांच रुपये प्रति यूनिट बिजली लेनी पड़ती थी, वहीं अब इसकी दर मात्र तीन रुपये प्रति यूनिट आयेगी.

कोरोना से लड़ना भी है और व्यवस्था भी चलानी है : मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना संकट से निबटने में हम सक्षम हैं. हमारी सरकार को राज्य के सवा तीन करोड़ लोगों की चिंता है. उन्होंने कहा कि अब कोरोना जंग से भी लड़ना है और व्यवस्था भी चलानी है.

समारोह में ये लोग भी थे उपस्थित : मौके पर मंत्री रामेश्वर उरांव, चंपई सोरेन, आलमगीर आलम, सत्यानंद भोक्ता, बादल पत्रलेख, विधायक सुदीव्य कुमार, सरफराज अहमद, रांची की मेयर आशा लकड़ा, मुख्य सचिव सुखदेव सिंह, ऊर्जा विभाग के अपर मुख्य सचिव एल खियांग्ते, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव राजीव अरुण एक्का, झारखंड ऊर्जा संचरण निगम के एमडी केके वर्मा उपस्थित थे.

छह ग्रिड सब स्टेशन और ट्रांसमिशन लाइन शुरू

616 करोड़ की लागत में तैयार हुई छह परियोजनाएं

इनका हुआ उदघाटन

220/132 केवी ग्रिड सब स्टेशन, भागोडीह, गढ़वा एवं 220 केवी डाल्टेनगंज -गढ़वा संचरण लाइन

220/132/33 केवी ग्रिड सब स्टेशन, जसीडीह, 220 केवी दुमका-जसीडीह

220/132/33 केवी ग्रिड सब स्टेशन, गिरिडीह एवं 220 केवी जसीडीह-गिरिडीह संचरण लाइन

220 केवी दुमका-गोड्डा संचरण लाइन

132/33 केवी ग्रिड सब स्टेशन, जमुआ, गिरिडीह एवं 132 केवी गिरिडीह- जमुआ संचरण लाइन

132/33 केवी ग्रिड सब स्टेशन, सरिया एवं 132 केवी गिरिडीह

Post by : Pritish Sahay

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