Hemant Soren: आंखों में था इंजीनियर बनने का ख्वाब, वक्त ने बनाया मुख्यमंत्री, जानिए राजनीति के धुरंधर खिलाड़ी हेमंत सोरेन की कहानी

Hemant Soren: झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन आज 50 वर्ष के हो गये. अब तक का उनका राजनीतिक सफर काफी दिलचस्प रहा है. एक युवा जिसके आंखों में इंजीनियर बनने का सपना था, उनके जीवन में एक ऐसा मोड़ आया कि आज हेमंत सोरेन राजनीति के धुरंधर खिलाड़ी बन चुके हैं. चलिए इस लेख में जानते हैं हेमंत सोरेन की कहानी.

By Dipali Kumari | August 10, 2025 11:46 AM

Hemant Soren: झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन आज, 10 अगस्त को 50 वर्ष के हो गये. इस खास मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राज्यपाल संतोष गंगवार समेत कई राजनीतिक हस्तियों और आम लोगों ने उन्हें जन्मदिन की शुभकामनाएं दीं. सोशल मीडिया पर सीएम को जन्मदिन की बधाइयों का सिलसिला जारी है. उनके समर्थकों और शुभचिंतकों ने उनके नेतृत्व की सराहना करते हुए उनके दीर्घायु और स्वस्थ जीवन की कामना की.

आंखों में था इंजीनियर बनने का सपना

हेमंत सोरेन का जन्म 10 अगस्त 1975 को रामगढ़ जिले के नेमरा गांव में हुआ था. एक वक्त था जब झारखंड के सीएम ने इंजीनियर बनने का सपना देखा था. उन्होंने रांची के बिरला इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, मेसरा में मैकेनिकल इंजीनियरिंग में दाखिला लिया था, लेकिन बीच में ही उन्हें अपनी पढ़ाई छोड़नी पड़ी. 21 मई 2009 को बड़े भाई दुर्गा सोरेन की असामयिक मृत्यु के बाद उन्होंने अपनी पढ़ाई छोड़ दी और झामुमो (झारखंड मुक्ति मोर्चा) का कमान संभाला. यही वह वक्त था जब हेमंत सोरेन ने अपने इंजीनियर बनने का सपना छोड़ राजनीति में कदम रखा.

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2013 में पहली बार बने मुख्यमंत्री

राजनीति में आते ही हेमंत सोरेन पहली बार 24 जून 2009 को राज्यसभा सांसद बने. वह 4 जनवरी 2010 तक राज्यसभा के सदस्य रहे. उन्होंने दुमका विधानसभा से जीत हासिल की और 23 दिसंबर 2009 को विधानसभा सदस्य (विधायक) के रूप में अपना राजनीतिक जीवन शुरू किया. राजनीति में उतरने के बाद हेमंत सोरेन को जनता से भी खूब प्यार मिला. वर्ष 2013 में वह पहली बार झारखंड के मुख्यमंत्री बने.

केवल 17 महीने चला था पहला कार्यकाल

हेमंत सोरेन अब तक चार बार झारखंड के मुख्यमंत्री बन चुके हैं. हालांकि पहली बार 2013 में सीएम अपना कार्यकाल पूरा नहीं कर पाए थे. उनका पहला कार्यकाल केवल 17 महीने का ही रहा. 23 दिसंबर 2014 को उन्होंने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था. इसके बाद वर्ष 2019 में दोबारा वह मुख्यमंत्री बने. जमीन घोटाला मामले में जेल जाने के कारण उन्हें 31 जनवरी 2024 को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा. हालांकि जेल से वापस आते ही 4 जुलाई 2024 को हेमंत सोरेन ने दोबारा मुख्यमंत्री का पद ग्रहण किया. कार्यकाल समाप्त होने के बाद 2024 में हुए विधानसभा चुनाव में जनता ने एक बार फिर से हेमंत सोरेन पर जमकर प्यार बरसाया और वह एक बार फिर झारखंड के मुख्यमंत्री बने. 28 नवम्बर 2024 को उन्होंने चौथी बार मुख्यमंत्री का पद ग्रहण किया.

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