सीयूजे के पूर्व छात्र मोहम्मद रुस्तम विश्व प्रतिष्ठित शिवनिंग स्कॉलरशिप के लिए चयनित, लंदन में करेंगे पढ़ाई
Chevening Scholarship 2025: झारखंड केंद्रीय विश्वविद्यालय (सीयूजे) के पूर्व छात्र मोहम्मद रुस्तम विश्व की प्रतिष्ठित शिवनिंग स्कॉलरशिप के लिए चयनित किए गए हैं. लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स एंड पॉलिटिकल साइंस (LSE) के एमएससी इंटरनेशनल सोशल एंड पब्लिक पॉलिसी प्रोग्राम में इनका चयन हुआ है. शिवनिंग स्कॉलरशिप यूनाइटेड किंगडम द्वारा दी जानेवाली विश्व प्रतिष्ठित स्कॉलरशिप है. सीयूजे के कुलपति प्रो क्षिति भूषण दास ने मोहम्मद रुस्तम को बधाई दी है.
Chevening Scholarship 2025: रांची-सीयूजे (झारखंड केंद्रीय विश्वविद्यालय) के पूर्व छात्र मोहम्मद रुस्तम का यूनाइटेड किंगडम द्वारा प्रदत्त विश्व की प्रतिष्ठित शिवनिंग स्कॉलरशिप (Chevening Scholarship) के लिए चयन हुआ है. मोहम्मद रुस्तम ने सीयूजे के इंटीग्रेटेड एमटेक एनर्जी इंजीनियरिंग विभाग से पढ़ाई की है. उनका चयन लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स एंड पॉलिटिकल साइंस (LSE) के एमएससी इंटरनेशनल सोशल एंड पब्लिक पॉलिसी प्रोग्राम में हुआ है. लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स एंड पॉलिटिकल साइंस विश्व के सर्वश्रेष्ठ सोशल साइंस संस्थानों में से एक है और इसका सोशल पॉलिसी एंड एडमिनिस्ट्रेशन प्रोग्राम क्यूएस विश्व यूनिवर्सिटी रैंकिंग 2025 के अनुसार नंबर एक प्रोग्राम है.
शिवनिंग स्कॉलरशिप के लिए चुने जाते हैं 3 प्रतिशत लोग
शिवनिंग स्कॉलरशिप हर वर्ष भविष्य का लीडर बनाने के लिए एक वर्ष के ग्रेजुएट प्रोग्राम के लिए दिया जाता है. यह प्रोग्राम ऐसे लीडर बनाता है जो अकादमिक रूप से भी सुदृढ़ होते हैं और साथ ही नेतृत्व करने की क्षमता भी विकसित की जाती है. पूरे विश्व से मात्र तीन प्रतिशत लोगों को ही इस प्रतिष्ठित स्कॉलरशिप के लिए चुना जाता है.
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कुलपति ने मोहम्मद रुस्तम को दी बधाई
सीयूजे के कुलपति प्रो क्षिति भूषण दास ने मोहम्मद रुस्तम को बधाई दी है. उन्होंने कहा कि इन्होंने विश्व पटल पर अपनी मेहनत से अपना स्थान बनाया है और अपने विश्वविद्यालय और देश की प्रतिष्ठा को आगे बढ़ाया है.
प्रो संजय कुमार समदर्शी और डॉ भास्कर सिंह ने दी बधाई
एनर्जी इंजीनियरिंग के विभागाध्यक्ष प्रो संजय कुमार समदर्शी ने छात्र की सफलता को सराहा और विश्वविद्यालय और देश का नाम रोशन करने पर बधाई दी. पूर्व छात्र प्रकोष्ठ के अधिष्ठाता डॉ भास्कर सिंह ने भी बधाई दी और विश्वविद्यालय के छात्रों के लिए उन्हें एक प्रेरणास्रोत बताया.
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