JVM का होगा पुनर्गठन, EVM के खिलाफ आंदोलन से जुड़ेगी पार्टी

रांची : झारखंड विकास मोरचा (JVM) लोकसभा में मिली हार की समीक्षा कर रही है. साथ ही, आने वाले विधानसभा चुनाव में पार्टी की रणनीति क्या होगी, इस पर भी विचार कर रही है. रविवार शाम से बैठक का दौर जारी है. कार्यसमिति की बैठक में इस पर चर्चा हुई कि पार्टी का प्रदर्शन लोकसभा […]

By Prabhat Khabar Print Desk | June 10, 2019 7:05 PM

रांची : झारखंड विकास मोरचा (JVM) लोकसभा में मिली हार की समीक्षा कर रही है. साथ ही, आने वाले विधानसभा चुनाव में पार्टी की रणनीति क्या होगी, इस पर भी विचार कर रही है. रविवार शाम से बैठक का दौर जारी है. कार्यसमिति की बैठक में इस पर चर्चा हुई कि पार्टी का प्रदर्शन लोकसभा में खराब क्यों रहा. पार्टी ने इस बैठक में सर्वसम्मति से कई प्रस्ताव पास किये, जिनमें मुख्य रूप से ईवीएम के विरोध में चल रहे आंदोलन को पार्टी ने अपना समर्थन दिया है. महागठबंधन बना रहेगा या टूटेगा, इस पर पार्टी ने सर्वसम्मति से बाबूलाल को फैसले के लिए अधिकृत किया है.

पार्टी के अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी के साथ-साथ इस बैठक में बंधु तिर्की, अभय सिंह समेत कई वरिष्ठ नेता मौजूद थे. बैठक के बाद पत्रकारों को संबोधित करते हुए बाबूलाल ने कहा, लोकसभा चुनाव में मिली हार के कई कारण है. इस बैठक में हमने महत्वपूर्ण कारणों पर चर्चा की. जमीनी स्तर पर पार्टी के हर एक कार्यकर्ता का विचार जानना है, इसके लिए हम कई छोटी-छोटी बैठक करेंगे.
महागठबंधन का क्या होगा
बाबूलाल मरांडी ने महागठबंधन से जुड़े किसी सवाल का जवाब नहीं दिया. बाबूलाल ने कहा, हम इस पर फैसला करेंगे गठबंधन होगा या नहीं, इस पर हम अभी विचार कर रहे हैं. उन्होंने कहा, लोकसभा और विधानसभा में मुद्दे अलग-अलग होते हैं. इसकी रणनीति अलग होगी. झारखंड की रघुवर सरकार ने इसे लूट का अड्डा बना दिया है. अब यहां झारखंडियों की सरकार बनेगी.
पार्टी को नये सिरे से गढ़ने की जरूरत
बैठक के बाद बाबूलाल मरांडी ने कहा, लोकसभा चुनाव में मिली हार के बाद कई अधिकारियों ने इस्तीफे की पेशकश की है. हम नये सिरे से पार्टी तैयार करेंगे. नये लोगों को जोड़ा जायेगा. हमारे साथ मिलकर जो लोग काम करना चाहते हैं उनका स्वागत है. विधानसभा चुनाव की तैयारियों पर हमारी नजर है. हमें संगठन को मजबूत करना है. बाबूलाल से जब उनकी हार का कारण पूछा गया तो उन्होंने कहा, मेरी हार का कारण वही है जो पार्टी की हार का है. मैंने आपसे पहले ही कहा, हमारी पार्टी हार के कारणों की समीक्षा कर रही है.
बाबूलाल कहां से लड़ेंगे विस चुनाव
बाबूलाल मरांडी विधानसभा चुनाव लड़ेंगे? इस सवाल के जवाब में बाबूलाल मरांडी ने कहा, मेरी प्राथमिकता पार्टी को चुनाव लड़ाना है. मैं अपने लिए कुछ नहीं चाहता.
ईवीएम से चुनाव का विरोध, आंदोलन में शामिल होगी जेवीएम
जेवीएम ने ईवीएम से चुनाव कराने का विरोध किया. पार्टी अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने कहा, कई ऐसे विकसित देश है जो तकनीक की पक्ष में हमसे ज्यादा मजबूत हैं लेकिन वहां भी मशीन से चुनाव नहीं होते. हमने 50 फीसद वीवीपैट के गिनती की मांग की थी जिसे पूरा नहीं किया गया. ईवीएम एक मशीन ही है. मशीन पर हमें इतना भरोसा नहीं करना चाहिए.
प्रदीप यादव मामले पर साधी चुप्पी कहा, मामला कोर्ट में है
जेवीएम विधायक दल के नेता प्रदीप के ना आने पर भी पत्रकारों ने बाबूलाल मरांडी से सवाल किये. बाबूलाल ने कहा, उन्हें निजी काम था कल वह हमारी बैठक में शामिल रहे थे आज किसी कारण से नहीं आ सके. उन पर लगे आरोपों पर बाबूलाल ने कन्नी काटते हुए कहा, मामला कोर्ट में है, जांच हो रही है मैं पुलिसवाला नहीं हूं.
रघुवर सरकार पर निशाना
कार्यसमिति की बैठक के बाद पत्रकारों को संबोधित करते हुए बाबूलाल ने कहा, रघुवर सरकार के कार्यकाल में लोग परेशान हैं. पिछले एक साल में 20 लोगों की मौत हो चुकी है. सरकार को बायोमैट्रीक सिस्टम खत्म कर देना चाहिए. अगर सरकार इसे करने में सक्षम नहीं है, तो हमें कहे. हमारे कार्यकर्ता लोगों तक भोजन की उचित व्यवस्था पहुंचाने में सक्षम हैं.

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