रांची : निर्वाचन पदाधिकारियों की आयोग ने दूर की समस्याएं

रांची : चुनाव आयोग ने झारखंड समेत कई राज्यों के जिला निर्वाची पदाधिकारियों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग की. उनको नामांकन पत्र दाखिल करने से लेकर सिंबल आवंटित करने से जुड़ी तकनीकी पहलुओं की जानकारी दी. कई निर्वाची पदाधिकारियों ने आयोग के समक्ष निर्वाचन आयोग के पास नामांकन पत्र भरने से लेकर सिबंल आवंटित करने तक […]

By Prabhat Khabar Print Desk | February 27, 2019 8:43 AM
रांची : चुनाव आयोग ने झारखंड समेत कई राज्यों के जिला निर्वाची पदाधिकारियों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग की. उनको नामांकन पत्र दाखिल करने से लेकर सिंबल आवंटित करने से जुड़ी तकनीकी पहलुओं की जानकारी दी.
कई निर्वाची पदाधिकारियों ने आयोग के समक्ष निर्वाचन आयोग के पास नामांकन पत्र भरने से लेकर सिबंल आवंटित करने तक में आने वाली तकनीकी समस्याएं भी रखी. हजारीबाग के उपायुक्त सह जिला निर्वाची पदाधिकारी रविशंकर शुक्ला ने पूछा कि क्या उम्मीदवार के हस्ताक्षर में किसी तरह की खामी अथवा चूक रहने पर नामांकन पत्र खारिज किया जा सकता है या नहीं.
भारत निर्वाचन आयोग की ओर से कहा गया कि हस्ताक्षर के आधार पर किसी उम्मीदवार का नामांकन पत्र खारिज नहीं किया जा सकता है. अगर किसी तरह की कोई शिकायत आती है तो निर्वाची पदाधिकारी की ओर से संबंधित उम्मीदवार को अवगत कराया जायेगा. इसके अलावा जरूरत पड़ने पर उसके दस्तावेजों को सत्यापन भी किया जा सकता है.
संबंधित उम्मीदवार को अपने नामांकन पत्र में सुधार करने का मौका देना चाहिए. चतरा के उपायुक्त सह जिला निर्वाची पदाधिकारी ने पूछा कि नामांकन पत्र दाखिल करने से लेकर उसकी स्क्रूटनी तक की प्रक्रिया से जुड़ी चेकलिस्ट कब तक निर्वाचन आयोग की वेबसाइट पर उपलब्ध होगी. आयोग की ओर से बताया गया कि चेकलिस्ट तैयार करने का काम अंतिम चरण में है. एक सप्ताह के अंदर यह आयोग की वेबसाइट पर जारी कर दी जायेगी.
वीडियो कांफ्रेसिंग के दौरान इवीएम और वीवीपैट से संबंधित प्रश्नों का समाधान भारत निर्वाचन आयोग की ओर से किया गया. इस दौरान कंट्रोल यूनिट अथवा बैलेट यूनिट फेल होने पर किये जाने वाले उपाय के बारे में भी बताया गया. आयोग की ओर से कहा गया कि ऐसी स्थिति में कंट्रोल यूनिट, बैलेट यूनिट और वीवीपैट तीनों को तत्काल बदला जाना चाहिए.
मॉक पोल के माध्यम से टेस्टिंग के बाद फिर से मतदान शुरू करा दिया जाये. केवल वीवीपैट ही खराब होने पर मॉक पोल आवश्यक नहीं है. वीडियो कांफ्रेंसिंग के दौरान अपर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी विनय कुमार चौबे और मनीष रंजन उपस्थित थे.

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