नगालैंड से झारखंड के उग्रवादियों को हो रहा है आर्म्स सप्लाई

पूर्णिया/रांची : झारखंड के नक्सलियों व उग्रवादियों को बुलेटप्रूफ जैकेट और एके-47 समेत अत्याधुनिक असलहे आपूर्ति करनेवाले गिरोह के तीन सदस्य पकड़े गये. गैंग के मास्टरमाइंड मुकेश सिंह को अरगोड़ा से गिरफ्तार किया गया. वहीं त्रिपुरारी सिंह को नेतरहाट से और मुकेश गुप्ता को दीमापुर (नगालैंड) से पकड़ा गया. पूर्णिया पुलिस ने मामले का खुलासा […]

By Prabhat Khabar Print Desk | February 20, 2019 7:37 AM
पूर्णिया/रांची : झारखंड के नक्सलियों व उग्रवादियों को बुलेटप्रूफ जैकेट और एके-47 समेत अत्याधुनिक असलहे आपूर्ति करनेवाले गिरोह के तीन सदस्य पकड़े गये. गैंग के मास्टरमाइंड मुकेश सिंह को अरगोड़ा से गिरफ्तार किया गया.
वहीं त्रिपुरारी सिंह को नेतरहाट से और मुकेश गुप्ता को दीमापुर (नगालैंड) से पकड़ा गया. पूर्णिया पुलिस ने मामले का खुलासा किया. उसने ही कुछ दिन पहले झारखंड पुलिस के सहयोग से मुकेश सिंह व त्रिपुरारी सिंह को गिरफ्तार किया. मुकेश सिंह ने बताया कि नगालैंड से हथियार और बुलेटप्रूफ जैकेट लाकर उग्रवादियों और नक्सलियों को बेचते थे.
उसने कहा कि बुलेटप्रूफ जैकेट दो लाख में और एके-47 8.50 लाख रुपये में बेचते थे. हवाला के जरिये पैसों का लेन-देन होता था. गिरफ्तार मुकेश िसंह पटना, त्रिपुरारी सिंह गया के मखदमपुर का रहनेवाला है. वहीं मुकेश गुप्ता सीतामढ़ी के बैरगनियां का निवासी है.
कैसे हुआ गिरोह का खुलासा : मंगलवार को पूर्णिया के एसपी विशाल शर्मा ने बताया कि बिना नंबर की स्कार्पियो में छिपाया एक रायफल, एक 32 बोर का पिस्टल,04 उच्च श्रेणी के बुलेट प्रूफ जैकेट, 15 चक्र गोलियां, 05 मोबाइल, एक पासबुक एवं 12500 रुपये नकद बरामद किये गये.
वहीं गोरखपुर निवासी सूरज को गिरफ्तार किया गया. सूरज ने ही बताया कि गाड़ी और हथियार मुकेश सिंह का है. उसने गिरोह के तीन सदस्यों के नाम बताया. इसके बाद तीनों की गिरफ्तारी अलग-अलग स्थानों से हुई. एसपी ने बताया कि अत्याधुनिक हथियार व गोलियां नागालैंड से बिहार व झारखंड के प्रतिबंधित उग्रवादी संगठनों को पहुंचाया जाता था. वहीं, हवाला के माध्यम से रुपये का लेनदेन होता था.
उन्होंने बताया कि दीमापुर से गिरफ्तार मुकेश गुप्ता नागालैंड के हथियार सौदागरों को हवाला के माध्यम से रुपये का भुगतान कराता था. वहीं, मुकेश सिंह हथियारों को नगालैंड से खरीदकर झारखंड के उग्रवादियों, नक्सलियों को पहुंचाता था. वहीं, त्रिपुरारी सिंह उग्रवादी संगठनों से हथियार व गोलियों की डील फाइनल करता था.
1.20 लाख में बनाता था नगालैंड से लाइसेंस
एसपी ने बताया कि गिरफ्तार मुकेश सिंह व उसके सहयोगी नगालैंड से आमलोगों के लिए हथितार का लाइसेंस बनाने का काम करता था. 1.20 लाख रुपये में लाइसेंस बनवा देते थे. हाल ही में आरा पुलिस दो ऐसे लाइसेंस को जब्त किया है, जो फर्जी था.
जांच में जुटी थी केंद्रीय सुरक्षा एजेंसी
हथियार तस्करी की घटना के उजागर होने के बाद केंद्रीय जांच एजेंसी बायसी थाना पहुंचकर रिमांड पर लिये गये तीनों अभियुक्तों से गहन पूछताछ की. एजेंसी द्वारा बिहार और झारखंड के नक्सली संगठन व नागालैंड के उग्रवादी संगठनों की जानकारी हासिल की.

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