झारखंड, बिहार में भी आदिवासी बच्चों को मुफ्त शिक्षा देगा KISS, जल्द खुलेगी शाखा

रांची : आदिवासी बच्चों को किंडरगार्टन से परास्नातक तक की मुफ्त शिक्षा देने वाले शिक्षण संस्थान का केंद्र जल्द ही झारखंड और बिहार में भी खुलेगा. इससे पहले यह संस्थान पश्चिम बंगाल में अपना केंद्र स्थापित करेगा. कलिंगा इंस्टच्यूट ऑफ सोशल साइंसेज (KISS) ने कहा है कि वर्ष 2019 में वह कोलकाता में एक केंद्र […]

By Prabhat Khabar Print Desk | February 13, 2018 8:35 AM

रांची : आदिवासी बच्चों को किंडरगार्टन से परास्नातक तक की मुफ्त शिक्षा देने वाले शिक्षण संस्थान का केंद्र जल्द ही झारखंड और बिहार में भी खुलेगा. इससे पहले यह संस्थान पश्चिम बंगाल में अपना केंद्र स्थापित करेगा. कलिंगा इंस्टच्यूट ऑफ सोशल साइंसेज (KISS) ने कहा है कि वर्ष 2019 में वह कोलकाता में एक केंद्र स्थापित करना चाहता है. इसके लिए उसने एक गैर सरकारी संगठन (एनजीओ) से समझौता किया है.

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फिलहाल ओड़िशा में 37,000 आदिवासी बच्चों को मुफ्त शिक्षा दे रहे इस संस्थान ने कहा कि पूर्वी कोलकाता में अगले साल से इसका ब्रांच काम करने लगेगा. पिछले साल अगस्त में केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्रालय ने इसे डीम्ड विश्वविद्यालय घोषित किया था और केआईएसएस विश्व का पहला आदिवासी विश्वविद्यालय बन गया.

संवाददाताओं के साथ बातचीत में KISS के संस्थापक अच्युत सामंथा ने कहा, ‘कोलकाता में केआईएसएस जैसा एक संस्थान चलाने के लिए एक गैर सरकारी संस्थान के साथ हमने एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर कियाहै. केवल आदिवासीहीनहीं, अन्य गरीब बच्चे भी खुद को मुख्यधारा में लाने के लिए मुफ्त शिक्षा के वास्ते कोलकाता केंद्र में नामांकन करा सकेंगे.’

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भुवनेश्वर में एककेंद्र संचालित करने के अलावा KISS दिल्ली में सड़कों पर पलने-बढ़ने वाले 600 बच्चों के लिए एककेंद्र चलाता है. KISS के संस्थापक ने कहा, ‘हमारी बिहार और झारखंड सहित अन्य जगहों पर इस तरह का केंद्र खोलने की योजना है.’

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