हल्दी, सगुन के पैसे के साथ दिशोम गुरु शिबू सोरेन की अंतिम यात्रा, जानें आदिवासी विदाई की परंपरा

Shibu Soren Funeral: झारखंड के जननायक और दिशोम गुरु शिबू सोरेन जिस खाट पर वह जीवन भर विश्राम करते थे, उसी खाट पर पारंपरिक आदिवासी रीति से उन्हें घाट तक ले जाया जाएगा.

By Sameer Oraon | August 5, 2025 3:14 PM

Shibu Soren Funeral: शिबू सोरेन का पार्थिव शरीर नेमरा पहुंच चुका है. जहां थोड़ी देर बाद में उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा. जिस घाट में वे सोते और आराम करते थे उसी खाट से उन्हें घाट तक ले जाया जाएगा. इस बारे में ज्यादा जानकारी देते हुए उनके घर में मौजूद एक ग्रामीण ने प्रभात खबर को बताया कि आदिवासी रीति रिवाज में अर्थी में ढोकर शव को ले जाने की परंपरा नहीं है. यह चीज पुरुखों द्वारा ही चलाया जा रहा है जिसे अभी तक हमलोग फॉलो करते हैं.

अंतिम संस्कार करने से पहले शिबू सोरेन को लगाया जाएगा हल्दी

प्रभात खबर से बात करते हुए उस ग्रामीण ने बताया कि अंतिम संस्कार करने से पहले मृत शरीर को हल्दी लगाया जाता है. इसके बाद सभी लोगों द्वारा कुछ पैसे उन्हें सगुन के तौर पर भेट किया जाता है. इसके बाद ही उन्हें घाट पर ले जाया जाता है. कंधे उनके बेटे द्वारा ही दिया जाता है. शिबू सोरेन के साथ उनके भतीजे भी रहेंगे. उसके बाद परिवार और गांव के अन्य सदस्य.

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शिबू सोरेन के अंतिम दर्शन के लिए उमड़ पड़ी थी झारखंड विधानसभा में भीड़

इससे पहले शिबू सोरेन का पार्थिव शरीर जैसे ही रामगढ़ पहुंचा ग्रामीणों की भीड़ ने फूल बरसा कर उन्हें अंतिम विदाई दी. सोमवार सुबह दिल्ली के सर गंगा राम अस्पताल में उनका निधन हो गया था. मंगलवार सुबह उनके अंतिम दर्शन के लिए झारखंड विधानसभा में देश के कई बड़े नेताओं की भीड़ उमड़ पड़ी. लोकसभा के नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी और बिहार के पूर्व उप-मुख्यमंत्री सह राजद नेता तेजस्वी यादव अंतिम संस्कार में मौजूद रहेंगे.

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