झारखंड में 30 वर्षों से अलग रह रहे पति-पत्नी ने साथ रहने की खायीं कसमें, अनमोल कमेटी ने दिया नया जीवन

Jharkhand News, रामगढ़ न्यूज (राजकुमार) : झारखंड के रामगढ़ जिले के गोला प्रखंड के सोसोकला गांव में रविवार को 30 वर्षों से अलग जीवन गुजार रहे पति-पत्नी को पंचायत ने मिला दिया. इस दौरान दोनों पति-पत्नी ने एक साथ जीने-मरने की कसमें खायीं. गौरतलब है कि संबंध विच्छेद होने के बावजूद इन्होंने दोबारा शादी नहीं की थी.

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 12, 2021 2:25 PM

Jharkhand News, रामगढ़ न्यूज (राजकुमार) : झारखंड के रामगढ़ जिले के गोला प्रखंड के सोसोकला गांव में रविवार को 30 वर्षों से अलग जीवन गुजार रहे पति-पत्नी को पंचायत ने मिला दिया. इस दौरान दोनों पति-पत्नी ने एक साथ जीने-मरने की कसमें खायीं. गौरतलब है कि संबंध विच्छेद होने के बावजूद इन्होंने दोबारा शादी नहीं की थी.

जानकारी के अनुसार इस घटना की सूचना मिलने के बाद गांव के अनमोल कमेटी ने इस पर पहल करते हुए रविवार को पंचायत बुलायी. जिसमें जादो महतो एवं सुगिया देवी को बैठाया गया. पंचायत में 30 वर्षों से चल रहे मनमुटाव को दूर कर एक साथ पति-पत्नी के रूप में रहने का फैसला सुनाया गया. पंचायत के इस फैसले का दोनों ने स्वागत किया और दोनों ने एक साथ रहने की कसमें खायीं. साथ ही बॉन्ड पेपर पर दोनों ने स्वेच्छा से हस्ताक्षर भी किया. इसमें कमेटी के अध्यक्ष राजेश महतो, सचिव पंचम दास, कोषाध्यक्ष विजय महतो, उपाध्यक्ष धनेश्वर ठाकुर, उप सचिव राज किशोर ठाकुर, अनिल सिन्हा सहित गांव के अन्य लोगों का सराहनीय योगदान रहा.

Also Read: झारखंड में बच्चों की जिंदगी से खिलवाड़, कोरोना गाइडलाइंस की धज्जियां उड़ा रहे कोचिंग संचालक, जिम्मेदार बेफिक्र
झारखंड में 30 वर्षों से अलग रह रहे पति-पत्नी ने साथ रहने की खायीं कसमें, अनमोल कमेटी ने दिया नया जीवन 2

ग्रामीणों ने बताया कि 30 वर्ष पूर्व गांव के जादो महतो की शादी गोला प्रखंड के संग्रामपुर निवासी सुगिया देवी से हिंदू-रीति रिवाज से संपन्न हुआ था, लेकिन शादी के कुछ ही दिनों के अंदर दोनों के बीच इस कदर मनमुटाव बढ़ गया कि एक ही घर में रहने के बाद भी इनके बीच कभी भी पति-पत्नी का रिश्ता नहीं बना. जिस कारण दोनों दांपत्य जीवन से दूर होते चल गये. इस वजह से दोनों की कोई संतान भी नहीं है. धीरे-धीरे पूरे गांव वालों को इसका पता चल गया, लेकिन कभी भी किसी ने मिलाने की कोशिश नहीं की. इसके बाद अनमोल कमेटी के प्रयास से दोनों एक हो पाये. कमेटी की इस पहल की सराहना की जा रही है.

Also Read: झारखंड की राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ओडिशा के पैतृक गांव के लिए हुईं रवाना, CM हेमंत सोरेन ने किया विदा

Posted By : Guru Swarup Mishra

Next Article

Exit mobile version