रजरप्पा में मुंडन कराने आये छह माह की बच्ची समेत चार बहे, युवक ने बचायी जान

रजरप्पा मंदिर स्थित भैरवी नदी में युवक ने छह माह की बच्ची समेत चार लोगों की जान बचाई

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 19, 2020 4:31 AM

रामगढ़ : जाको राखे साई मार सके ना कोई यह कहावत शुक्रवार को रजरप्पा मंदिर स्थित भैरवी नदी में चरितार्थ हुई. भैरवी नदी में बह रहे चार लोगों को परमेश्वर यादव उर्फ मिंटू ने छलांग लगा कर जान बचायी. युवक के इस साहसिक कदम पर इसकी प्रशंसा हो रही है.

जानकारी के अनुसार, हजारीबाग के विष्णुगढ़ निवासी सिकंदर ठाकुर अपने परिजन रूपा देवी, चार वर्षीय पुत्र सिद्धांत ठाकुर एवं एक छह माह की बच्ची लाडली कुमारी के साथ रजरप्पा मंदिर आये हुए थे. यह लोग गोला की ओर से भैरवी नदी में बने छिलका पुलिया पार कर रजरप्पा जा रहे थे.

छिलका पुलिया के ऊपर से पानी बह रहा था. इसी बीच, पानी की धार में चारों बह गये. हल्ला होने पर समीप खड़े युवक मिंटू की नजर इन पर पड़ी. उसने जान जोखिम में डाल कर छलांग लगा कर चारों को बचा लिया. मिंटू ने बताया कि गुरुवार रात में भारी बारिश हुई थी. इसके कारण नदी का जलस्तर बढ़ गया है.

पानी छिलका पुलिया के ऊपर से बह रहा था. यह लोग पानी की धार को समझ नहीं पाये और पानी में बह गये. यह लोग बच्चे का मुंडन कराने के लिए आये थे. कई लोगों की जान बचा चुका है मिंटू : परमेश्वर यादव उर्फ मिंटू रजरप्पा मंदिर परिसर में दुकान चला कर जीविकोपार्जन करता है.

अब तक वह कई लोगों की जान बचा चुका है. तत्कालीन उपायुक्त उसे गोताखार के रूप में रखने के लिए सिफारिश भी की थी. मिंटू तत्कालीन मुख्यमंत्री रघुवर दास से मिल चुका था, लेकिन उसे नहीं रखा गया.

बंद के बाद भी रजरप्पा पहुंच रहे हैं लोग

लगभग छह माह से रजरप्पा मंदिर बंद है. इसके बावजूद लोग पिछले कुछ दिनों से मंदिर पहुंच रहे हैं. रजरप्पा प्रोजेक्ट से होकर रास्ता को बंद कर दिया गया है. इसके कारण लोग गोला की ओर से मंदिर पहुंच रहे हैं.

मंदिर के बाहर से ही पूजा-अर्चना कर लोग वापस लौट रहे हैं. खास कर बिहार से बड़ी संख्या में लोग मंदिर पहुंच रहे हैं. कई लोगों ने बताया कि बिहार में मंदिर खुल गया है. इसके कारण उन लोगों काे लगा कि यहां भी मंदिर खुल गया होगा. इसके कारण वह लोग यहां पहुंच रहे हैं.

posted by : sameer oraon

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