कोरोना जांच के लिए सैंपल संग्रह अभियान : झारखंड में पलामू बना नंबर वन, रांची दूसरे स्थान पर

वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के संक्रमण के रोकथाम एवं उससे बचाव को लेकर पलामू जिला प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग पूरी सक्रियता के साथ काम कर रहा है. झारखंड सरकार के निर्देश के आलोक में राज्य के सभी जिलों में कोरोना वायरस संक्रमण की जांच के लिए तीन दिवसीय सैंपल संग्रह अभियान चलाया गया.

By Prabhat Khabar | August 4, 2020 6:21 AM

मेदिनीनगर : वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के संक्रमण के रोकथाम एवं उससे बचाव को लेकर पलामू जिला प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग पूरी सक्रियता के साथ काम कर रहा है. झारखंड सरकार के निर्देश के आलोक में राज्य के सभी जिलों में कोरोना वायरस संक्रमण की जांच के लिए तीन दिवसीय सैंपल संग्रह अभियान चलाया गया. शुक्रवार से यह अभियान शुरू हुआ था, जो रविवार तक चला. इस अभियान में पलामू जिला पूरे झारखंड में प्रथम स्थान हासिल किया, जबकि रांची जिला दूसरे नंबर पर रहा.

इस संबंध में पलामू के सिविल सर्जन डॉ जॉन एफ कनेडी ने बताया कि राज्य सरकार ने कोरोना के सैंपल संग्रह के लिए जो लक्ष्य निर्धारित किया था, उससे बढ़ कर पलामू ने उपलब्धि हासिल की है. कोरोना जांच के लिए सैंपल संग्रह करने का लक्ष्य पलामू जिला को 2666 मिला था. इस लक्ष्य के विरुद्ध 3620 लोगों का सैंपल लिया गया. इस तरह 136 प्रतिशत उपलब्धि हासिल करने में सफलता मिली.

सिविल सर्जन ने बताया कि ट्रनेट के माध्यम से जांच के लिए निर्धारित लक्ष्य 280 के विरुद्ध 325, आरटीपीसीआर के लक्ष्य 886 के विरुद्ध 1641 तथा रैपिड एंटीजेन टेस्ट के लक्ष्य 1500 के विरुद्ध 1654 सैंपल की उपलब्धि हासिल किया गया. जबकि रांची ने अपने निर्धारित लक्ष्य 4632 के विरुद्ध 3189 उपलब्धि हासिल कर सका. गिरिडीह जिला अपने लक्ष्य 2098 के विरुद्ध 2850 एवं हजारीबाग अपने लक्ष्य 2874 के विरुद्ध 2843 उपलब्धि हासिल क्रमशः तीसरे एवं चौथे स्थान पर रहा.

कोरोना जांच के लिए सैंपल संग्रह अभियान में पूरे झारखंड का लक्ष्य 47554 निर्धारित किया गया था, जबकि इस लक्ष्य के विरुद्ध 47531 उपलब्धि हासिल हुई. उन्होंने बताया कि पलामू के लक्ष्य को पूरा करने के लिए स्वास्थ्य विभाग की टीम शहरी एवं ग्रामीण इलाकों में पूरी सक्रियता के साथ काम किया. जिले के सभी प्रखंडों में इसे लेकर अभियान चलाया गया. स्वास्थ्य विभाग के पदाधिकारियों एवं कर्मचारियों की सक्रियता का ही यह परिणाम है कि पलामू जिला अपने निर्धारित लक्ष्य को पार करते हुए झारखंड में प्रथम स्थान पर पहुंच सका.

Post by : Pritish Sahay

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