यूरिया खाद की किल्लत से किसान बेहाल, कालाबाजारी से बढ़ी चिंता
यूरिया खाद की किल्लत से किसान बेहाल, कालाबाजारी से बढ़ी चिंता
हुसैनाबाद. अनुमंडल क्षेत्र के किसान इन दिनों यूरिया खाद की घोर किल्लत से परेशान हैं. धान की फसल पटवन के बाद खेतों में अब यूरिया की सख्त आवश्यकता है, लेकिन दुकानों में खाद उपलब्ध नहीं होने से किसान चिंतित हैं. किसान नर्मदेश्वर सिंह, उदय सिंह, अनूप सिंह, कन्हैया यादव, आलमगीर आलम, नसीम खान समेत कई किसानों ने बताया कि जपला, हैदरनगर और मोहम्मदगंज के खाद दुकानों का कई बार चक्कर लगाने के बावजूद कहीं भी यूरिया नहीं मिल रही है. किसानों का कहना है कि समय पर खाद नहीं मिलने से धान की पैदावार प्रभावित होगी. इस बीच कई दुकानदार चोरी-छुपे 270 रुपये वाली यूरिया की बोरी 500 रुपये में बेच रहे हैं. ऊंचे दाम के कारण छोटे और सीमांत किसान खाद खरीदने में असमर्थ हैं. किसानों के हित में बनाए गए पैक्स केंद्रों पर भी यूरिया उपलब्ध नहीं है. किसानों का आरोप है कि हर साल यही स्थिति बनती है, जो सरकार की गलत नीतियों और कृषि विभाग की लापरवाही का नतीजा है. उनका कहना है कि प्रखंड स्तर पर कृषि विभाग महज खानापूर्ति करता है. खाद की कालाबाजारी की शिकायतों पर भी विभाग के लोग सिर्फ औपचारिकता निभाकर लौट जाते हैं. इधर, बसपा के पूर्व प्रत्याशी शेर अली ने सरकार से तत्काल यूरिया खाद उपलब्ध कराने की मांग की है़ उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि एक सप्ताह के अंदर खाद की आपूर्ति नहीं हुई तो किसानों के हित में आंदोलन किया जाएगा़
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