सेना की वर्दी देशभक्ति का जुनून पैदा करती है : लालदेव भगत
मनोहर लाल अग्रवाल सरस्वती विद्या मंदिर इंटर महाविद्यालय में विजय दिवस श्रद्धा और गरिमा के साथ मनाया गया
विजय दिवस समारोह फोटो संबोधित करते लाल देव भगत लोहरदगा. मनोहर लाल अग्रवाल सरस्वती विद्या मंदिर इंटर महाविद्यालय में विजय दिवस श्रद्धा और गरिमा के साथ मनाया गया. कार्यक्रम का शुभारंभ सरस्वती माता और भारत माता के चित्र के समीप दीप प्रज्वलन एवं पुष्पार्पण से हुआ. आचार्या ऋद्धि मिश्रा ने भारतीय सेना की वीरता, मुक्तिवाहिनी के योगदान और शहीदों के बलिदान को स्मरण कराया. मुख्य अतिथि लाल देव भगत ने शहीदों को नमन करते हुए कहा कि सेना की वर्दी केवल पहनावा नहीं, बल्कि कर्तव्य, त्याग और राष्ट्रसेवा का प्रतीक है. उन्होंने 1971 के युद्ध में भारतीय सेना के शौर्य का उल्लेख करते हुए कहा कि सैनिकों के साहस और बलिदान से ही देश सुरक्षित और सशक्त बना रहता है. उन्होंने युवाओं से अनुशासन, एकता और देशहित को सर्वोपरि रखने का आह्वान किया. महाविद्यालय के प्राचार्य बिपिन कुमार दास ने विजय दिवस के ऐतिहासिक महत्व पर प्रकाश डालते हुए विद्यार्थियों को राष्ट्रप्रेम और जिम्मेदार नागरिक बनने की प्रेरणा दी. कार्यक्रम का संचालन आचार्या कविता कुमारी ने किया. इस आयोजन को सफल बनाने में नीतु कुमारी, रश्मि साहू, ऋद्धि मिश्रा, सनोज कुमार साहू, शिखा राय, रोहित कुमार दसौन्धी, रितेश कुमार पाठक, आरती भगत सहित आचार्य, दीदी जी और भैया-बहनों का महत्वपूर्ण योगदान रहा.
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