शिक्षा विभाग की बैठक : गुणवत्ता और उपस्थिति पर सख्त निर्देश
जिला परिषद सभाकक्ष में उपायुक्त डॉ. ताराचंद की अध्यक्षता में शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक हुई.
सभी स्कूलों में शत-प्रतिशत बच्चों की उपस्थिति सुनिश्चित करें : डीसी फोटो बैठक करते डीसी लोहरदगा. जिला परिषद सभाकक्ष में उपायुक्त डॉ. ताराचंद की अध्यक्षता में शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक हुई. बैठक में उन्होंने स्पष्ट कहा कि जिले के सभी स्कूलों में शत-प्रतिशत बच्चों की उपस्थिति सुनिश्चित की जाये. इसके लिए सीआरपी, बीआरपी, स्कूल प्रबंधन और शिक्षा विभाग की सामूहिक जिम्मेदारी तय की गयी. उपायुक्त ने चेतावनी दी कि यदि उपस्थिति कम पायी जाती है तो संबंधित कर्मियों पर कार्रवाई की जायेगी. परीक्षाफल और शिक्षकों की जिम्मेदारी बैठक में उपायुक्त ने बताया कि जिले में नवनियुक्त शिक्षकों की प्रतिनियुक्ति पूरी कर ली गयी है. इससे शिक्षा का ग्राफ बेहतर होने की उम्मीद है. उन्होंने कहा कि यदि बच्चों का परीक्षाफल अपेक्षा के अनुरूप नहीं रहा तो उस विद्यालय के शिक्षकों पर जिम्मेदारी तय की जाएगी. मध्याह्न भोजन और स्वास्थ्य मध्याह्न भोजन की समीक्षा करते हुए उपायुक्त ने निर्देश दिया कि नामांकन के अनुपात में भोजन की संख्या कम नहीं होनी चाहिए. भोजन की गुणवत्ता हर हाल में बनी रहनी चाहिए. साथ ही बच्चों की नियमित स्वास्थ्य जांच भी सुनिश्चित की जाये. छात्रवृत्ति और अन्य सुविधाएँ उपायुक्त ने कहा कि बच्चों को मिलने वाली छात्रवृत्ति की राशि समय पर उनके खाते में हस्तांतरित हो. आधार और बैंक खाते के डाटा में यदि कोई त्रुटि हो तो उसे तुरंत दुरुस्त किया जाये, ताकि किसी भी हाल में राशि रुके नहीं. उन्होंने बच्चों को दिए जाने वाले स्वेटर और साइकिल की समीक्षा करते हुए संबंधित पदाधिकारियों को अग्रेत्तर कार्रवाई करने का निर्देश दिया. स्कूल भ्रमण और आधारभूत संरचना शिक्षा विभाग के अधिकारियों को नियमित अंतराल पर स्कूलों का भ्रमण करने का निर्देश दिया गया. समस्याओं को संज्ञान में लेकर समय पर समाधान सुनिश्चित करने पर बल दिया गया. उपायुक्त ने कहा कि आधारभूत संरचना की समस्याओं को दुरुस्त करते हुए शिक्षा की गुणवत्ता पर मुख्य फोकस होना चाहिए. ई-विद्यावाहिनी और विशेष निर्देश उपायुक्त ने शिक्षकों को निर्देश दिया कि वे अपने अवकाश की स्वीकृति ई-विद्यावाहिनी ऐप के माध्यम से ही लें. उन्होंने शिक्षकों से कहा कि वे बच्चों को एकलव्य विद्यालय में प्रवेश के लिए प्रेरित करें और विशेष तैयारी करायें. यू-डाइस का नियमित अपडेटेशन भी सुनिश्चित करने को कहा गया. जिन विद्यालयों में बच्चों की उपस्थिति सबसे कम है, उन्हें चिन्हित कर सुधारात्मक कदम उठाने का निर्देश दिया गया. अन्य मुद्दे बैठक में शिक्षकों के क्षमता संवर्द्धन, छात्र-छात्राओं के ड्रॉपआउट की समस्या को दूर करने, स्कूलों का सर्टिफिकेशन और कस्तूरबा गांधी विद्यालयों में नामांकन जैसे बिंदुओं पर भी चर्चा हुई. बैठक में उप विकास आयुक्त दिलीप प्रताप सिंह शेखावत, अपर समाहर्ता जितेंद्र मुंडा, जिला पंचायती राज पदाधिकारी अंजना दास, जिला शिक्षा पदाधिकारी दास सुनंदा चंद्रमौलेश्वर, जिला शिक्षा अधीक्षक अभिजीत कुमार, सभी प्रखण्ड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी, बीआरपी, सीआरपी और अन्य अधिकारी उपस्थित रहे.
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