ठंड बढ़ने से इंसान के साथ-साथ पशुओं की भी परेशानी बढ़ी
ठंड बढ़ने से इंसान के साथ-साथ पशुओं की भी परेशानी बढ़ी
कैरो़ प्रखंड क्षेत्र में इन दिनों ठंड में बढ़ोतरी होने से राहगीरों के साथ पशुपालक भी परेशान हैं. पशुपालक अपने पशुओं को ठंड से बचाने के लिए घर के पुराने कपड़ों से ढक रहे हैं. प्रखंड क्षेत्र में कंदनी नदी, नंदनी नंदी, कोयल नदी और नंदनी जलाशय होने से क्षेत्र में कनकनी बढ़ गयी है. प्रखंड के टाटी, गजनी, सढ़ाबे, चल्हो, महवरी, उतका, एड़ादोन, कैरो, बिराजपुर, नरौली, अंबवा, चरिमा, खंडा आदि गांवों के लोग काम पर जाने के लिए सुबह-सुबह ट्रेन के माध्यम से रांची और लोहरदगा मजदूरी को जाते हैं तथा शाम को घर लौटते हैं. इधर, कनकनी बढ़ने से लोग अलाव का सहारा लेने को मजबूर हैं. सुबह-शाम लोग लकड़ी, फेंके हुए टायर, कबाड़ का सामान, कागज और प्लास्टिक आदि इकट्ठा कर जलाते हैं और ठंड से बचते हैं. रोजगार के लिए रांची-लोहरदगा आने-जाने वाले लोगों का कहना है कि ठंड इतनी बढ़ गयी है, लेकिन अभी तक चौक-चौराहों पर अलाव की व्यवस्था नहीं दिख रही है. इससे राहगीरों को काफी परेशानी हो रही है. प्रखंड प्रशासन द्वारा न तो अलाव की व्यवस्था की गयी है और न ही कंबलों का वितरण किया जा रहा है. इससे लोग परेशान हैं. लोगों ने प्रशासन से तत्काल अलाव की व्यवस्था करने और जरूरममंदों के बीच कंबल वितरण करने की मांग की है़
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