संघर्ष यात्रा के साथ कोडरमा पहुंचे पूर्व मुख्‍यमंत्री हेमंत, कहा- महागठबंधन अपनी जगह मजबूत

– मुख्यमंत्री को बताया प्रवासी, शिक्षा मंत्री पर भी साधा निशाना कोडरमा : अपने संघर्ष यात्रा के चौथे चरण में सोमवार देर शाम झामुमो के कार्यकारी अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन कोडरमा पहुंचे. कोडरमा पहुंचे हेमंत सोरेन का चंदवारा व गुमो में भव्य स्वागत किया गया. सोरेन ने जहां गुमो में नुक्कड़ सभा को […]

By Prabhat Khabar Print Desk | February 11, 2019 9:03 PM

– मुख्यमंत्री को बताया प्रवासी, शिक्षा मंत्री पर भी साधा निशाना

कोडरमा : अपने संघर्ष यात्रा के चौथे चरण में सोमवार देर शाम झामुमो के कार्यकारी अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन कोडरमा पहुंचे. कोडरमा पहुंचे हेमंत सोरेन का चंदवारा व गुमो में भव्य स्वागत किया गया. सोरेन ने जहां गुमो में नुक्कड़ सभा को संबोधित किया, वहीं झुमरीतिलैया के झंडा चौक से लेकर महाराणा प्रताप चौक तक रोड शो किया.

इस दौरान पत्रकारों से बातचीत में हेमंत सोरेन ने कहा कि आदिवासी, दलितों, गरीबों की आवाज को उठाने के लिए संघर्ष यात्रा की शुरुआत की गयी है. वर्तमान भाजपा सरकार के क्रियाकलाप पर पूछे गये सवाल पर सोरेन ने कहा कि भाजपा सरकार के कार्यों के बारे में उनके मंत्री ही अच्छे से बता रहे हैं. महागठबंधन के सवाल पर उन्होंने कहा कि महागठबंधन अपनी जगह पूरी तरह मजबूत है.

इससे पहले गुमो में आयोजित नुक्कड़ सभा को संबोधित करते हुए हेमंत ने स्थानीय शिक्षा मंत्री पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि शिक्षा का स्तर सुधरने की बजाय खराब हो गया है. ग्रामीण क्षेत्रों में स्कूल बंद किये जा रहे हैं. शिक्षक नियुक्ति में यूपी, हरियाणा, छत्तीसगढ़ के युवकों की बहाली हो रही है. जबकि, स्थानीय की अनदेखी की जा रही है. नौजवान सड़क पर भीख मांगने को मजबूर हैं.

उन्होंने भूख से हुई मौत पर सवाल उठाते हुए कहा कि पहले कभी नहीं हुआ कि झारखंड में भूख से किसी की मौत हुई हो. लेकिन भाजपा सरकार के शासन में कई लोग भूख के कारण मौत के शिकार हुए. इसमें महिलाएं ज्यादा हैं. किसानों को आत्महत्या के लिए मजबूर होना पड़ा. हेमंत ने कहा कि सरकार की नीतियां, उदासीनता की वजह से लोगों के समक्ष संकट की स्थिति है. हक व अधिकार की लड़ाई लड़ने वालों को इंसाफ की जगह लाठी जरूर मिल रहा है.

उन्होंने कहा कि जनता को कैसा भविष्य चाहिए यह तय करना होगा. हेमंत ने स्वास्थ्य व्यवस्था पर भी सवाल उठाया. सरकार की योजना की आलोचना की. मुख्यमंत्री रघुवर दास को प्रवासी मुख्यमंत्री बताते हुए कहा कि भाजपा सरकार व्यापारी मित्रों के लिए काम कर रही है. झारखंड की जमीन ओने पौने दाम पर बड़े घरानों को बेची जा रही है.

केंद्र सरकार की कृषि आशीर्वाद योजना के तहत साल में 6000 रुपये दिये जाने की आलोचना करते हुए कहा कि सरकार ने ऐसी राशि देने की घोषणा की है जो प्रतिमाह 500 और प्रतिदिन के हिसाब से मात्र 16-17 रुपये होता है इतने पैसे में तो बढ़िया क्वालिटी का जहर भी नहीं आता. हेमंत सोमवार की रात परिसदन में विश्राम करेंगे. तय कार्यक्रम के अनुसार मंगलवार को वे डोमचांच के फुलवरिया व जयनगर के पिपचो में सभा को संबोधित करेंगे.

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