जैन मुनि आचार्य श्री 108 शीतल सागर जी महाराज
झुमरीतिलैया : जैन मुनि आचार्य श्री 108 शीतल सागर जी महाराज का कोडरमा में आगमन हो चुका है. यहां उनके चार माह के चतुर्मास की संभावना है. इसके लिए जैन समाज के लोगों ने बड़ा मंदिर के सरस्वती भवन में चतुर्मास करने... का मुनि श्री से निवेदन किया है. जैन मुनि बरसात में आवागमन नहीं […]
झुमरीतिलैया : जैन मुनि आचार्य श्री 108 शीतल सागर जी महाराज का कोडरमा में आगमन हो चुका है. यहां उनके चार माह के चतुर्मास की संभावना है. इसके लिए जैन समाज के लोगों ने बड़ा मंदिर के सरस्वती भवन में चतुर्मास करने
का मुनि श्री से निवेदन किया है.
जैन मुनि बरसात में आवागमन नहीं करते, बल्कि एक स्थान पर रहकर धर्म की गंगा बहा कर आत्म कल्याण करते है.
समाज के लोगों ने उनसे अपील की है कि अमृतवाणी प्रवचन से लोगों को अपने बच्चों में धर्म का संस्कार डाले. कहा कि बच्चे व युवा ही कल के भविष्य है, माता पिता व समाज की पूंजी है.
बड़ों में होश होता है और बच्चे व युवाओं में जोश होता है. यह दोनों मिल कर कोई कार्य करें, तो वह सफल होता है. मौके पर पार्षद पिंकी जैन समेत अन्य महिलाओं ने मुनिश्री को श्रीफल चढ़ा कर को कोडरमा में चतुर्मास करने का निवेदन किया. मौके पर जैन समाज के अध्यक्ष विमल बड़जात्या, मंत्री विजय सेठी, कोषाध्यक्ष सुरेंद्र काला, प्रदीप छाबड़ा, प्रदीप पांडेय, सुशील छाबड़ा, राज छाबड़ा, नरेंद्र झांझरी, मनीष सेठी, राजकुमार अजमेरा, नीलम सेठी, आशा गंगवाल, सीमा छाबड़ा, मोना सेठी, किरण देवी मौजूद थे.
