लघु उद्योगों का ग्रामीण क्षेत्र के विकास में अहम योगदान : डीसी

विकसित भारत मिशन में छोटे शहरों के लघु एवं मध्यम उद्योगों का महत्व विषय पर वार्तालाप कार्यक्रम का आयोजन किया गया.

By CHANDAN KUMAR | July 5, 2025 6:01 PM

खूंटी. सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय, भारत सरकार के प्रेस सूचना कार्यालय रांची द्वारा शनिवार को समाहरणालय सभागार में विकसित भारत मिशन में छोटे शहरों के लघु एवं मध्यम उद्योगों का महत्व विषय पर वार्तालाप कार्यक्रम का आयोजन किया गया. कार्यक्रम का उद्घाटन मुख्य अतिथि उपायुक्त आर रॉनिटा ने दीप प्रज्वलित कर किया. इस अवसर पर उपायुक्त ने छोटे शहरों में लघु एवं मध्यम उद्योगों के विषय पर प्रकाश डाला. उन्होंने कहा कि उद्योग न केवल रोजगार सृजन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, बल्कि ग्रामीण एवं पिछड़े क्षेत्र के विकास में भी उनका अहम योगदान रहता है. एमएसएमइ देश में दूसरा सबसे बड़ा रोजगार सृजन करता है. ग्रामीण और अर्ध शहरी क्षेत्र में महिलाओं की आर्थिक विकास तथा उद्योग सकल घरेलू उत्पाद जीडीपी में योगदान प्रदान करता है. सहायक निदेशक सौरव कुमार ने कहा कि छोटे उत्पादकों को बाजार बनाने के लिए सरकार आम लोगों के जनमानस की समस्या को उठाते हैं. दिव्यांगों के लिए भी सरकार कई जन कल्याण योजना चल रही है. सरकार तथा हम लोगों में सामंजस्य जोड़ने की आवश्यकता है. छोटे उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए सरकार छोटे शहरों के लिए यह योजना लायी है. नेशनल यूनिवर्सिटी के डॉक्टर मृत्युंजय मयंक ने कहा कि किसी भी काम को धरातल पर लाने के लिए प्रेस की भूमिका अहम होती है. प्रेस देश का चौथा स्तंभ माना जाता है इसलिए एमएसएमई के प्रचार-प्रसार के लिए इसकी भूमिका अहम होगी. एक्सपर्ट मल्लिका पांडेय ने कहा कि छोटा राज्य होने के बावजूद झारखंड में जीडीपी अच्छा ग्रोथ किया है. झारखंड से देश में 40 प्रतिशत मिनरल आता है, फूड प्रोसेसिंग भी है. कार्यक्रम में पत्रकारों ने भी अपनी बातें रखी. कार्यक्रम में पीआईबी के प्रिंस कुमार, ओंकारनाथ पांडेय, डीपीआरओ, मुकेश जायसवाल, कांग्रेस युवा अध्यक्ष अरुण सांगा सहित जिले के कई पत्रकार उपस्थित थे.

लघु एवं मध्यम उद्योगों के महत्व पर वार्तालाप कार्यक्रम का आयोजनB

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है