मागो मुंडा हत्याकांड का उद्भेदन, मुख्य साजिशकर्ता सहित चार लोग पुलिस के हत्थे चढ़े

खूंटी के मुरहू में हेठगोवा गांव में पिछले दिनों हुए चर्चित भाजपा नेता मागो मुंडू की हत्‍या के मामले में पुलिस काे बड़ी सफलता मिली है. इस तिहरे हत्याकांड मामले में पुलिस ने मुख्य साजिशकर्ता रोतोन मुंडू सहित चार अपराधियों को हथियार के साथ गिरफ्तार किया है. इस तिहरे हत्याकांड मामले में पुलिस ने चार […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 30, 2019 5:51 PM

खूंटी के मुरहू में हेठगोवा गांव में पिछले दिनों हुए चर्चित भाजपा नेता मागो मुंडू की हत्‍या के मामले में पुलिस काे बड़ी सफलता मिली है. इस तिहरे हत्याकांड मामले में पुलिस ने मुख्य साजिशकर्ता रोतोन मुंडू सहित चार अपराधियों को हथियार के साथ गिरफ्तार किया है. इस तिहरे हत्याकांड मामले में पुलिस ने चार अपराधियों को हथियार के साथ हिरासत में लेकर कड़ी पूछताछ की है, जिसमें घटना संबंधी अहम सुराग मिल चुके हैं.

पकड़े गए लोगों में रोतोन मुंडू, खेदन मुंडू, सिरका सरुकद और सागर मुंडा का नाम शामिल हैं और ये चारों खूंटी जिले के मुरहू थाना क्षेत्र के रहनेवाले हैं.

पुलिस की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक, रोतोन मुंडू इस तिहरे हत्याकांड का मुख्य साजिशकर्ता है. उसने अपने भाई खेदन मुंडू के साथ मिलकर इस हत्याकांड की योजना बनायी.

रोतोन और खेदन उग्रवादी संगठन पीएलएफआई से जुड़े रहे हैं. दोनों भाइयों ने पीएलएफआई के सदस्य चोयता उर्फ सनिकर ओड़ेयाकेसाथ मिलकर मागो मुंडा और उनके परिजनों की हत्या की थी.

पुलिस ने इस हत्याकांड में प्रयुक्त हथियार-एक 9एमएमपिस्टल, दो 315 कट्टा,टांगी, मोटरसाइकिलसहितकुछ अन्य सामानोंको अभियुक्तों की निशानदेही परबरामदकिया है.

गौरतलब है कि खूंटी जिला के मुरहू थाना अंतर्गत हेठगोवा गांव में बीते 22 जुलाई की रात मागो मुंडा, उनके बेटे लिपिराय मुंडू और उनकी पत्नी लखीमुनी मुंडू की गोलीमार कर हत्या करदी गई थी.

घटना के बाद खूंटी जिला के मुरहू के हेठगोवा निवासी मागो मुंडा के परिजनों में अभी भी भय का माहौल है. उनकी दूसरी पत्नी, बहू और बेटियां अपना गांव छोड़कर अन्यत्र चली गयी हैं.

ग्रामीणों का कहना है कि घटना सेपिछलीरात कुछ हथियारबंद अपराधी गांव के पास देखे गये थे, लेकिन तब लोग कुछ भांप नहीं पाये थे. घटना से कुछ दिन पूर्व खूंटी-मुरहू रोड में माओवादियों ने बैनर-पोस्टर साटे थे, जिसमें मॉब लिंचिंग के विरोध में संदेश लिखे गए थे. इसमें भाजपा और आरएसएस के लोगों को चेतावनी दी गयी थी.