JEE Mains Result: कुशाग्र श्रीवास्तव बने झारखंड टॉपर, जानें कौन किस स्थान पर

एनटीए ने कल जेइइ मेन जुलाई सत्र का रिजल्ट जारी कर दिया. इस परीक्षा में झारखंड के कुशाग्र श्रीवास्तव स्टेट टॉपर बने हैं. वहीं, आदित्य ने 26 और विकास कुमार ओझा ने एआइआर 45 हासिल कर 100 परसेंटाइल मेंअपनी जगह बनायी

By Prabhat Khabar | August 9, 2022 6:29 AM

नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) ने सोमवार की अहली सुबह जेइइ मेन जुलाई सत्र का रिजल्ट जारी कर दिया. इसके साथ विद्यार्थियों को फाइनल स्कोर कार्ड के साथ ऑल इंडिया रैंक (एआइआर) दे दिया गया. डोरंडा, रांची के छात्र कुशाग्र श्रीवास्तव एआइआर 23 हासिल कर झारखंड टॉपर बने हैं. वहीं, आदित्य प्रकाश ने एआइआर 26 और विकास कुमार ओझा ने एआइआर 45 हासिल कर टॉप 100 में अपनी जगह बनायी है. महिला श्रेणी में तनु श्री ने 99.9452 परसेंटाइल हािसल किया. इस वर्ष जेइइ मेन जून सत्र की परीक्षा 24 से 30 जून और जुलाई सत्र की परीक्षा 25 से 30 जुलाई के बीच संचालित हुई.

झारखंड से 37389 विद्यार्थी दोनों सत्र में हुए शामिल :

देशभर से जून सत्र में जहां 872970 विद्यार्थियों ने रजिस्ट्रेशन कराया था और परीक्षा केंद्र तक 769604 विद्यार्थी पहुंचे. इसी तरह जुलाई सत्र में 622034 विद्यार्थियों ने रजिस्ट्रेशन कराया और 540242 परीक्षार्थी केंद्र तक पहुंचे. इनमें से 468205 ऐसे विद्यार्थी थे, जिन्होंने जून व जुलाई दोनों सत्र में रजिस्ट्रेशन कराया था और दोनों सत्र की परीक्षा में 404256 विद्यार्थी शामिल हुए. दोनों सत्र में शामिल होनेवाले पुरुष अभ्यर्थी-648555 और महिला अभ्यर्थी-257031 थे.

झारखंड में जेइइ मेन परीक्षा को लेकर 10 जिले में केंद्र तैयार किये गये थे, इनमें तीन केंद्र रांची में चिह्नित थे. इस वर्ष झारखंड से कुल 37389 विद्यार्थी दोनों सत्र में शामिल हुए, इनमें से 14722 अभ्यर्थी केवल रांची के केंद्र पर परीक्षा देने पहुंचे थे. जुलाई सत्र में 22822 विद्यार्थी शामिल हुए थे. इनमें से 7353 सफल हुए.

तकनीक के क्षेत्र में योगदान करना चाहता हूं : कुशाग्र

जेइइ मेन के झारखंड टॉपर कुशाग्र श्रीवास्तव ने ऑल इंडिया रैंक 23 हासिल किया है. डोरंडा निवासी कुशाग्र ने बताया कि वह जेइइ मेन के दोनों सत्र में शामिल हुए. जून सत्र में 100 परसेंटाइल हासिल हुआ, जबकि जुलाई सत्र में 99.996 परसेंटाइल प्राप्त हुआ. इस कारण रैंक में समझौता करना पड़ा. अब जेइइ एडवांस की तैयारी में जुटे हैं, परीक्षा में अच्छा रैंक हासिल हो,

इसके लिए रोजाना दो से तीन मॉक टेस्ट से रिवीजन कर रहे हैं. लक्ष्य जेइइ एडवांस में सफल होकर आइआइटी बॉम्बे से कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग करने का है. इसके बाद चार वर्ष तक बेहतर तकनीकी शिक्षा प्राप्त कर इसी क्षेत्र के विकास में योगदान करना चाहते हैं. कुशाग्र के पिता संतोष कुमार कार्यपालक अभियंता और मां नीलम लता कैबिनेट विजिलेंस की संयुक्त सचिव पद पर कार्यरत हैं.

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