ग्रामीणों ने बीडीओ से की रोजगार सेवक को हटाने की मांग
नारायणपुर. पंचायत के रोजगार सेवक से तंग आकर ग्रामीणों ने उन्हें हटाने की मांग बीडीओ मुरली यादव को आवेदन सौंप कर की है.
प्रतिनिधि, नारायणपुर. पंचायत स्तर पर मजदूरी मिले, इसके लिए सरकार मनरेगा जैसी महत्वाकांक्षी योजना संचालित कर रही है. वहीं, कई बार मनरेगा से जुड़े कर्मियों के उदासीन रवैये से यह सुस्त हो जाता है. नारायणपुर पंचायत के रोजगार सेवक से तंग आकर ग्रामीणों ने उन्हें हटाने की मांग बीडीओ मुरली यादव को आवेदन सौंप कर की है. ग्रामीण बाबूलाल कोल, परमानंद रजवार, आलम मुर्मू, अख्तर शेख ने गंभीर आरोप लगाया है कि रोजगार सेवक अक्सर पंचायत में मनमानी ढंग से कार्य करते हैं. बगैर कमीशन के किसी भी सरकारी योजना का कार्य निपटाते नहीं हैं. अबुआ आवास हो या अन्य योजनाओं में मजदूरों की मजदूरी भुगतान को लेकर डिमांड की बात हो सभी कार्यों में उन्हें कमीशन चाहिए होती है. इतना ही नहीं पंचायत कार्यालय में रहते हुए वे मुख्य गेट में ताला बंद करके रखवाते हैं, ताकि कोई ग्रामीण उनसे मिल नहीं सके, जब उन्हें फोन किया जाता है तो वह फोन पर गलत सूचना देते हैं. ग्रामीणों ने बीडीओ से इन्हें शीघ्र हटाकर दूसरे रोजगार सेवक के पदस्थापन की मांग की है. इधर मामले में रोजगार सेवक दुलेश्वर टुडू ने कहा कि ग्रामीणों द्वारा लगाए गए आरोप निराधार हैं. मैं अपना कार्य पूरी पारदर्शिता के साथ कर रहा हूं. अबुआ आवास के वर्ककोड नहीं खोलने की जो बात ग्रामीण बता रहे हैं वह भी सत्य से परे है. जिओ टैगिंग में तकनीकी समस्या हैं, जिसे ठीक कर लिया जायेगा.
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