Train News: टाटानगर और पटना के बीच चलेगी तेजस एक्सप्रेस, 7 घंटे में होगा झारखंड से बिहार का सफर

IRCTC अभी मुंबई, दिल्ली एवं अन्य महत्वपूर्ण मार्गों पर ही तेजस ट्रेन चला रहा है. अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस इस ट्रेन की स्पीड भी अन्य ट्रेनों से ज्यादा है. इसलिए लोग तेजस ट्रेन (Semi High Speed Tejas Train) को काफी पसंद कर रहे हैं.

By Mithilesh Jha | October 5, 2022 12:36 PM

Train News: झारखंड के रेल यात्रियों के लिए खुशखबरी है. खासकर टाटानगर से पटना की ट्रेन से यात्रा करने वालों के लिए. टाटानगर स्टेशन से लोग सेमी हाई स्पीड तेजस एक्सप्रेस (Tejas Express) में यात्रा कर सकेंगे. इस ट्रेन से यात्री पटना (Tata to Patna in Tejas Express) का सफर सिर्फ 7 घंटे में पूरा कर लेंगे.

अभी कुछ ही रूटों पर चलती है तेजस

इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉर्पोरेशन (आईआरसीटीसी) अभी मुंबई, दिल्ली एवं अन्य महत्वपूर्ण मार्गों पर ही तेजस ट्रेन चला रहा है. अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस इस ट्रेन की स्पीड भी अन्य ट्रेनों से ज्यादा है. इसलिए लोग तेजस ट्रेन (Semi High Speed Tejas Train) को काफी पसंद कर रहे हैं.

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160-180 किलोमीटर की स्पीड से चलेगी तेजस

दक्षिण पूर्व रेलवे (South Eastern Railway) जोन तेजस ट्रेन के लिए भीड़ वाला मार्ग खोजने में जुटा है, ताकि साढ़े सात सौ से ज्यादा क्षमता वाली ट्रेन खाली न जाये. जानकार बताते हैं कि टाटानगर से पटना समेत अन्य किसी एक मार्ग पर जल्द ही तेजस दौड़ने लगेगी. 160 से 180 किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड से चलने वाली तेजस एक्सप्रेस से लोग सात से आठ घंटे में पटना पहुंच सकेंगे.

पटना जाने में अभी लगते हैं 11 घंटे

टाटा से पटना जाने में अभी ट्रेनों को 11 घंटे से ज्यादा समय लग जाता है. चक्रधरपुर के डीआरएम ने जल्द ही मंडल से वंदे भारत ट्रेन (Vande Bharat Train) चलने की भी जानकारी दी है. इससे टाटानगर और हावड़ा-मुंबई रेलमार्ग सेमी हाई स्पीड ट्रेन मार्ग में शामिल हो जायेगा.

यात्रियों के मनोरंजन से लेकर सुरक्षा तक की व्यवस्था

तेजस ट्रेन देश की पहली सेमी हाई स्पीड ट्रेन है, जो पूरी तरह से वातानुकुलित है. इसमें यात्रियों के मनोरंजन के लिए एलइडी लगे हैं. ऑटोमेटिक दरवाजे हैं. सभी कोच में ऑटोमेटिक फायर अलार्म और डिटेक्शन सिस्टम लगे हैं. कोच में ऐसी व्यवस्था है कि आग लगने पर ऑटोमेटिक ब्रेक लग जायेगा. कोच में बायो-वैक्यूम टॉयलेट लगे हैं. इससे पानी की बचत होती है.

रिपोर्ट : निसार, जमशेदपुर

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