Jamshedpur news. तालसा में शिबू व रामदास के जीवन गाथा के बारे में ग्रामीणों को बताया
तालसा के आदिवासी नवयुवक क्लब भवन में दिशोम गुरु शिबू सोरेन और पूर्व मंत्री रामदास सोरेन को श्रद्धांजलि दी गयी
Jamshedpur news.
सुंदरनगर क्षेत्र के तालसा स्थित आदिवासी नवयुवक क्लब भवन में दिशोम गुरु शिबू सोरेन और पूर्व मंत्री रामदास सोरेन को श्रद्धांजलि दी गयी. ग्रामीणों ने पुष्प अर्पित उन्हें नमन किया. मौके पर माझी बाबा दुर्गाचरण मुर्मू ने उनके द्वारा किये गये कार्यों पर प्रकाश डाला. उन्होंने बताया कि दिशोम गुरु शिबू सोरेन महाजन एवं सूदखोरों के खिलाफ आंदोलन शुरू किया और जल, जंगल, जमीन को बचाने के लिए आंदोलन चलाया. साथ ही झारखंड अलग राज्य बनाने के लिए कई वर्षों तक संघर्ष करता रहा. समाज का सर्वांगीण विकास के लिए आदिवासियों को नशापान से दूर रहने का सलाह दी एवं शिक्षा को अपनाने का आह्वान किया. वहीं पूर्व शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन ने एक माझी बाबा होते हुए जल जंगल जमीन की रक्षा करते हुए मंत्री पद तक पहुंचे. वे आदिवासी समाज के लिए शिक्षा, स्वास्थ्य, आदिवासियों के संवैधानिक अधिकार, ग्राम सभा को सशक्त करने के हमेशा सक्रिय रहे. ओलचिकी लिपि से पढ़ाई आरंभ करने सह जनजातीय भाषा से पढ़ाई के लिए ट्राइबल यूनिवर्सिटी की स्थापना करने में उनका महत्ती योगदान रहा. मौके पर केरवाडुंगरी पंचायत मुखिया कान्हू मुर्मू, सिदलाल टुडू, सुनील हेंब्रम, चंपाई बास्के, रवि बास्के, सीता मुर्मू, सोहागी बास्के, सरोती हेंब्रम, लक्ष्मी हेंब्रम समेत काफी संख्या में ग्रामवासी मौजूद थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
