लोकसभा चुनाव: कोल्हान की दोनों लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ेगी झामुमो, जमशेदपुर में बोले सीएम चंपाई सोरेन

झारखंड के सीएम चंपाई सोरेन ने कहा कि कोल्हान की दोनों लोकसभा सीटों पर झामुमो चुनाव लड़ेगी. इस दौरान उन्होंने कार्यकर्ताओं का हौसला बढ़ाया.

By Guru Swarup Mishra | March 15, 2024 10:53 PM

Lok sabha election 2024: जमशेदपुर-मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन ने कहा कि झामुमो कोल्हान की दोनों लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ेगी. पार्टी के नेता व कार्यकर्ता सिंहभूम और जमशेदपुर लोकसभा सीट पर जीत को सुनिश्चित करने के लिए तैयारी पर जुट जायें. भाजपा ने सोचा था झामुमो के कार्यकारी अध्यक्ष सह पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को जेल भेज देने से झामुमो टूट जायेगा, लेकिन भाजपा को पता होना चाहिए कि झामुमो आंदोलन की उपज है. यह कभी टूटने वाला नहीं है. अब टूटने की बारी है तो भाजपा की. विगत विधानसभा चुनाव में महागठबंधन ने भाजपा को कोल्हान में 14 में से एक भी सीट पर काबिज नहीं होना दिया था. इस बार भाजपा को कोल्हान के सभी विधानसभा सीट के साथ-साथ दोनों लोकसभा सीट से भी बेदखल कर दिया जायेगा. यह बातें शुक्रवार को मुख्यमंत्री ने बिष्टुपुर स्थित माइकल जॉन में आयोजित पार्टी के कार्यकर्ताओं के साथ संवाद कार्यक्रम में कहीं.

भाजपा को करना है पराजित

सीएम चंपाई सोरेन ने कहा कि पार्टी का केंद्रीय नेतृत्व जिस किसी को भी अपना उम्मीदवार बनाकर भेजे, पार्टी के सभी नेता व कार्यकर्ता अपनी पूरी दमखम के साथ उसे जिताने में लगायें. पार्टी के तमाम कार्यकर्ताओं को अपना मनोबल हमेशा ऊंचा रखना है और आसन्न लोकसभा चुनाव में अपने उम्मीदवार को सर्वाधिक वोट दिलाकर भाजपा को पराजित करना है. कार्यकर्ता के साथ संवाद कार्यक्रम में विधायक मंगल कालिंदी, विधायक संजीव सरदार, विधायक सविता महतो, पूर्व सांसद सुमन महतो, पूर्व मंत्री दुलाल भुइयां, मोहन कर्मकार, प्रमोद लाल, राजू गिरी, हिदायतुल्लाह खान, सागेन पूर्ति, बहादुर किस्कू, बाघराय मार्डी, बीरसिंह सुरीन, प्रीतम हेंब्रम समेत अन्य मौजूद थे.

पार्टी के नेताओं व कार्यकर्ताओं को जिम्मेदारी सौंपी

चंपाई सोरेन ने कहा कि पूर्वी सिंहभूम जिले के झामुमो जिलाध्यक्ष सह घाटशिला के विधायक रामदास सोरेन अस्वस्थ चल रहे हैं, इसलिए केंद्रीय, जिला, प्रखंड व पंचायत स्तर के सभी नेताओं की जिम्मेदारी बढ़ गयी है. पार्टी के सभी नेता व कार्यकर्ताओं के प्रति अपनी जवाबदेही को समझें और उसके अनुरूप कार्य करें. आप सबों को पहले भी पार्टी की जीत को सुनिश्चित करने के लिए कोई कसर बाकी नहीं रखा था. इस बार पार्टी के केंद्रीय कार्यकारी अध्यक्ष सह पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की कमी खलेगी, लेकिन इस कमी को अपनी ताकत बनाना है.

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