सूर्यदेव की पूजा कर पायें व्याधियों से मुक्ति (फोटो दशादत्यि व्रत नाम से)
सूर्यदेव की पूजा कर पायें व्याधियों से मुक्ति (फोटो दशादित्य व्रत नाम से) फ्लैग ::: दशादित्य व्रत, धर्म त्रय व्रत, पदार्थ दशमी व्रत कलजमशेदपुर. मार्गशीर्ष शुक्ल दशमी तिथि को पदार्थ दशमी, धर्मत्रय व्रत एवं दशादित्य व्रत मनाये जाते हैं. 20 दिसंबर पदार्थ दशमी और रविवार एक साथ पड़ने से दशादित्य व्रत के लिए यह अत्युत्तम […]
सूर्यदेव की पूजा कर पायें व्याधियों से मुक्ति (फोटो दशादित्य व्रत नाम से) फ्लैग ::: दशादित्य व्रत, धर्म त्रय व्रत, पदार्थ दशमी व्रत कलजमशेदपुर. मार्गशीर्ष शुक्ल दशमी तिथि को पदार्थ दशमी, धर्मत्रय व्रत एवं दशादित्य व्रत मनाये जाते हैं. 20 दिसंबर पदार्थ दशमी और रविवार एक साथ पड़ने से दशादित्य व्रत के लिए यह अत्युत्तम संयोग बन रहा है. इस व्रत के लिए प्रात: स्नान करने के पश्चात पहले देव एवं पितरों को तृप्त करें, उसके बाद एक चौकी लेकर उस पर 12 आड़े खींच कर अष्टदल बनायें और उस पर सूर्यदेव की मूर्ति अथवा तस्वीर स्थापित कर उनका आह्वान, आसन, पाद्य, अर्घ, आचमन, स्नान, वस्त्र, यज्ञोपवीत, गंध, अक्षत, पुष्प, धूप, दीप, नैवेद्य, आचमन, फल, फूल, दक्षिणा एवं विसर्जन आदि उपचारों के साथ पूजन करें. ऐसा करने से सारी व्याधियों का निवारण होता है तथा सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है. व्रत का पारण अगले दिन (21 दिसंबर) प्रात: 6:22 बजे के बाद कभी भी किया जा सकता है. सूर्यदेव के पूजन का समय :सामान्य : प्रात: 7:42 से 9:01 बजे तकउत्तम : दिवा 9:02 से 11:43 बजे तकअत्युत्तम : दिवा 11:21 से 12:04 बजे तक
