ओटीपी खाद्यान्न घोटाले में बिना कार्रवाई फाइल बंद

जमशेदपुर : फर्जी नाम के मोबाइल सिम कार्ड से वन टाइम पासवर्ड (ओटीपी) के जरिये राशन कार्ड से खाद्यान्न उठाने वाले शहर के 170 पीडीएस डीलरों को शो-कॉज अौर जांच में गड़बड़ी की पुष्टि होने पर खाद्य आपूर्ति विभाग द्वारा कार्रवाई की बजाय चुपके से फाइल बंद कर देने का मामला आया है. जानकारी के […]

By Prabhat Khabar Print Desk | February 18, 2020 3:04 AM

जमशेदपुर : फर्जी नाम के मोबाइल सिम कार्ड से वन टाइम पासवर्ड (ओटीपी) के जरिये राशन कार्ड से खाद्यान्न उठाने वाले शहर के 170 पीडीएस डीलरों को शो-कॉज अौर जांच में गड़बड़ी की पुष्टि होने पर खाद्य आपूर्ति विभाग द्वारा कार्रवाई की बजाय चुपके से फाइल बंद कर देने का मामला आया है.

जानकारी के मुताबिक, दो वर्ष पूर्व 2018 में इस मामले में तत्कालीन सिटी एसपी के नेतृत्व में सात पीडीएस डीलरों व एक मोबाइल सिम कार्ड दुकानदार को जेल भेजा गया था. लंबे समय से राशन का उठाव अौर उसकी कालाबाजारी करने के मामले में पकड़े गये पीडीएस डीलरों के खिलाफ दर्ज प्राथमिकी में तत्कालीन डीसी अमित कुमार ने अलग से जांच कराकर आवश्यक वस्तु अधिनियम की धारा सात जुड़वायी थी.

साथ ही तत्कालीन खाद्य आपूर्ति सचिव डॉ अमिताभ कौशल ने मामले को गंभीरता से लिया था अौर अॉन लाइन सिस्टम में चूक का फायदा उठाने वाले पीडीएस डीलरों के खिलाफ जांच करने अौर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने का आदेश दिया था. वहीं दूसरी ओर अब तक इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं हुई और मामले को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया.
ओटीपी कांड के जांच पदाधिकारी सह एमओ (जमशेदपुर अनुभाजन में पदस्थापित) आरपी राही का ट्रांसफर जमशेदपुर से दूसरे जिले में हो गया है. हालांकि जांच अौर कार्रवाई की अनुशंसा रिपोर्ट दूसरे पदाधिकारी को सौंपी गयी, लेकिन मामले में नये पदस्थापित एमओ के स्तर पर पूर्व घटित उक्त घटना की पूरी जानकारी नहीं होने व रूची नहीं लेने से मामला दब गया. ओटीपी कांड के जांच पदाधिकारी जमशेदपुर अनुभाजन में पदस्थापित एमओ अशोक सिंह व केके पांडेय सेवानिवृत्त हो गये.

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