बड़कागांव के लोग सड़कों पर उड़ रहे धूलकण से परेशान

लोग सांस व आंख की बीमारी से हो रहे ग्रसित

By SUNIL PRASAD | June 11, 2025 11:25 PM

बड़कागांव. बड़कागांव के लोग प्रदूषण से बुरी तरह प्रभावित हैं. हालत इस कदर है कि प्रदूषण के कारण लोग बीमार हो रहे हैं. इस पर प्रशासनिक अधिकारी एवं जनप्रतिनिधि भी ध्यान नहीं दे रहे हैं. प्रदूषण की एक बड़ी वजह सड़कों पर उड़ता हुआ धूलकण है, जो लोगों को सांस और आंख से संबंधित बीमारियों से ग्रस्त कर रहा है. प्रदूषण से सबसे ज्यादा त्रस्त बड़कागांव चौक के लोग हैं. बड़कागांव-टंडवा रोड, बड़कागांव-बादम रोड, बड़कागांव-हजारीबाग रोड में दिन-रात वाहन चलते रहते हैं. इन वाहनों में ज्यादातर बालू लदे ट्रक व ट्रैक्टर, टंडवा कोयला खदान जाने वाले हाइवा व पकरी बरवाडीह कोल परियोजना के बस शामिल हैं. जिससे धूलकण उड़ते रहते हैं. पकरी बरवाडीह में तालाब की खुदाई से भी धूलकण उड़ता रहता है. बड़े वाहनों के टायरों के साथ उड़ने वाले धूल हवा के साथ पूरे वातावरण को प्रदूषित कर देते हैं. इसके चलते जो भी व्यक्ति इन बड़े वाहनों के पीछे चल रहे होते हैं, उनका सांस लेना मुश्किल हो जाता है. धूलकण से कोरियाडीह, दैनिक बाजार, बड़कागांव मुख्य चौक, पीएम मध्य विद्यालय, रेंज ऑफिस, प्रेम नगर, बरवाडीह, दाता बाबा थाना रोड, गुरुचट्टी, राजकीय कन्या मध्य विद्यालय के पास ढेंगा, सांढ चौक, शिबाडीह चौक, बिश्रामपुर, नयाटांड़, बादम चौक के लोग ज्यादा परेशान हैं.

पांच साल पहले होता था पानी का छिड़काव

बड़कागांव के दीपक कुमार गुप्ता, पिंटू गुप्ता, मिंटू गुप्ता, दैनिक बाजार के सब्जी विक्रेता बंधन महतो, राजू महतो व संजय महतो का कहना है कि पांच साल पहले एनटीपीसी की ओर से सड़कों पर पानी का छिड़काव कराया जाता था, लेकिन अब यह बंद है. एलजीपी के बड़कागांव विस प्रभारी अरुण सोनी का कहना है कि बड़कागांव में एनटीपीसी के पकरी बरवाडीह कोल परियोजना को स्थापित होना था, तो लोगों को लुभाने के लिए पांच साल पहले सड़क पर पानी का छिड़काव कराया जाता था. लेकिन जैसे ही कंपनी स्थापित हो गयी. कल्याणकारी कार्य करना छोड़ दिया गया. वहीं बड़कागांव के लोगों का कहना है कि जब हमारी जमीन से कोयला निकाला जा रहा है, तो पानी का छिड़काव कंपनी द्वारा करना चाहिए.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है