भाभी के प्यार के चक्कर में फंस गंवायी जान, लड़की के पिता ने ही युवक को मारा

आरोपी ने थाने में किया सरेंडर रायडीह(गुमला) : भाभी के प्यार के चक्कर में फंस कर देवर को अपनी जान गंवानी पड़ी. देवर को लड़की के पिता ने ही मार डाला और खुद थाना में जाकर सरेंडर कर दिया. मामला रायडीह प्रखंड के सुरसांग थाना स्थित बांसडांड़ का है. बुधवार की सुबह बांसडांड़ बाजार के […]

By Prabhat Khabar Print Desk | March 28, 2019 1:13 AM

आरोपी ने थाने में किया सरेंडर

रायडीह(गुमला) : भाभी के प्यार के चक्कर में फंस कर देवर को अपनी जान गंवानी पड़ी. देवर को लड़की के पिता ने ही मार डाला और खुद थाना में जाकर सरेंडर कर दिया. मामला रायडीह प्रखंड के सुरसांग थाना स्थित बांसडांड़ का है. बुधवार की सुबह बांसडांड़ बाजार के समीप छत्तीसगढ़ के लोदाम साई टोंगरी निवासी इरशाद खान (22) की गला दबा कर व पत्थर से कूच कर हत्या कर दी गयी. आरोपी सहमुल शाह है जो कि लड़की का पिता है.
पुलिस ने आरोपी सहमुल को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. इधर, सूचना पर पुलिस घटना स्थल पहुंची, लेकिन शव उठाने के लिए पुलिस को ग्रामीणों के विरोध का सामना करना पड़ा. मशक्कत के बाद शव को पुलिस ने कब्जे में लिया. ग्रामीणों का कहना था कि सहमुल शाह अकेले इसकी हत्या नहीं कर सकता है.
उसके साथ और लोग होंगे. इस पर थानेदार ने ग्रामीणों को आश्वस्त किया कि शीघ्र ही अनुसंधान किया जायेगा. अगर हत्या में और लोग होंगे, तो उन्हें भी गिरफ्तार कर जेल भेजा जायेगा. इस आश्वासन के बाद ग्रामीण शांत हुए, तब शव उठाया गया. पुलिस ने घटना स्थल से कपड़ा से भरा एक बैग, खून लगा दो पत्थर, पानी का एक बोतल, कागज के ठोंगा में सेव व निमकी बरामद की है.
जानकारी के अनुसार, मृतक इरशाद खान के बड़े भाई नेसार खान का विवाह 20 फरवरी 2017 को जरजट्टा पंचायत के महुआटोली गांव निवासी सहमुल शाह की बेटी समीना बीबी (बदला नाम) से हुआ था. विवाह के बाद इरशाद का अपनी भाभी से प्रेम प्रसंग चलने लगा. इसकी जानकारी इरशाद के बड़े भाई नेसाह को होने पर उसने समीना को उसका मायका महुआटोली पहुंचा कर परिजनों के जिम्मे छोड़ दिया.
मायका पहुंचाने के कारण ससुराल व मायके वालों में नोकझोंक होती थी. सहमुल शाह गढ़चौरी महाराष्ट्र में काम करता था. उसने इरशाद को गढ़चौरी महाराष्ट्र बुलाया कि तुम्हारा व समीना बीबी का निकाह करा देंगे. इस बात को लेकर इरशाद महाराष्ट्र चला गया. 26 मार्च को सहमुल शाह इरशाद को लेकर महुआटोली पहुंचा.
इसकी जानकारी इरशाद के पिता को होने पर उसने अपने समधी सहमुल शाह से मोबाइल पर बात की. सहमुल शाह ने समधी को बताया कि उसने इरशाद को खाना पीना खिला कर लोदाम भेज दिया है. लेकिन उसने ऐसा नहीं किया था. उसने इरशाद को लेकर बासंडांड़ बाजारटांड़ के पीछे पुराना कुआं के समीप गला दबा कर व पत्थर से कूच कर उसकी हत्या कर दी और बुधवार की सुबह सरेंडर कर दिया.

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