चरनी सजायी और पालना में झुलाये गये प्रभु यीशु

बोआरीजोर में चर्चों में प्रभु यीशु के जन्मोत्सव का उल्लासपूर्वक आयोजन

By SANJEET KUMAR | December 25, 2025 11:13 PM

बोआरीजोर प्रखंड के बड़ा सिमड़ा चर्च, तेलगामा चर्च और मंगरा मिशन चर्च में प्रभु यीशु के जन्मोत्सव पर श्रद्धालुओं ने मोमबत्ती जलाकर और केक काटकर खुशी मनायी. चर्चों में प्रार्थना सभा एवं भजन-कीर्तन का आयोजन किया गया. यीशु के जन्म स्थल (चरनी) को आकर्षक ढंग से सजाया गया और भगवान यीशु को पालना में झुलाया गया. कार्यक्रम में बाइबल के अंशों के साथ क्रिसमस गीत गाये गये और एक-दूसरे को क्रिसमस की शुभकामनाएं दी गयीं. ईसाई धर्मावलंबियों पंकज मरांडी, मिस्त्री मरांडी और फोबियान्यूस मरांडी ने बताया कि प्रभु यीशु शांति और भाईचारे का संदेश देते हैं. उन्होंने कहा कि विश्व के कल्याण के लिए लोगों को प्रभु यीशु के मार्ग पर चलना चाहिए.

प्रार्थना, उपहार और दर्शन के साथ मनाया प्रभु यीशु का जन्मोत्सव

ललमटिया के डकैता मिशन चर्च में ईसाई धर्मावलंबियों ने क्रिसमस का पर्व धूमधाम से मनाया. रात्रि 12:00 बजे भगवान यीशु के जन्म के बाद चर्च में उत्सव का माहौल बन गया. धर्मावलंबियों ने प्रार्थना सभा में भाग लिया और भगवान यीशु के दर्शन करने के लिए लंबी कतार में खड़े रहे. फादर दिनेश सोरेन ने बताया कि प्रभु यीशु ने विश्व में शांति और भाईचारे का संदेश दिया. उन्होंने कहा कि भगवान का जन्म एक गरीब परिवार में हुआ और उन्हें दुष्टों द्वारा प्रताड़ित किया गया। प्रभु ने पुनर्जन्म लेकर मानव समाज को भाईचारे और प्रेम का मार्ग दिखाया. फादर ने सभी से अपील करते हुए कहा कि जीवन अत्यंत भाग्य से प्राप्त होता है और इसमें परोपकार की भावना बनाये रखना आवश्यक है. कार्यक्रम के दौरान उपस्थित लोगों ने एक-दूसरे को क्रिसमस की शुभकामनाएं दीं और उपहार भेंट किये. भगवान यीशु के जन्मस्थान (चरनी) को आकर्षक ढंग से सजाया गया, जिससे कार्यक्रम का वातावरण और भी भक्तिमय बन गया.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है