कुष्ठ उन्मूलन के लिए महागामा सीएचसी में प्रशिक्षण शिविर आयोजित
सहिया व मेल वर्करों को रोग की पहचान और उपचार की दी गयी जानकारी
राष्ट्रीय कुष्ठ उन्मूलन कार्यक्रम के तहत सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, महागामा में एक दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया. प्रशिक्षण सत्र में क्षेत्र के सहिया एवं मेल वर्करों ने भाग लिया. कार्यक्रम का उद्देश्य संभावित कुष्ठ रोगियों की शीघ्र पहचान कर उन्हें समय पर उचित इलाज उपलब्ध कराना था. प्रशिक्षण का संचालन चिकित्सा प्रभारी डॉ. खालिद अंजुम ने किया. उन्होंने प्रतिभागियों को कुष्ठ रोग के प्रारंभिक लक्षणों, पहचान की प्रक्रिया एवं उपचार के महत्व की विस्तृत जानकारी दी. डॉ. अंजुम ने बताया कि कुष्ठ अब एक पूर्णतः इलाज योग्य रोग है, लेकिन समय पर उपचार न मिलने पर यह गंभीर रूप ले सकता है. उन्होंने सभी स्वास्थ्य कर्मियों से अपील किया कि वे अपने-अपने कार्यक्षेत्र में सक्रिय रूप से संभावित रोगियों की पहचान कर उन्हें अस्पताल लाने के लिए प्रेरित करें. इस मौके पर संजय मिश्रा, राकेश कुमार और असलम रिज़वी ने भी सहिया को रोग की पहचान, लक्षणों की सही समझ तथा समुदाय में जागरूकता फैलाने के प्रभावी तरीकों पर जानकारी दी. प्रशिक्षण में विशेष रूप से इस बात पर ज़ोर दिया गया कि कुष्ठ रोगियों के प्रति समाज में फैली भ्रांतियों को दूर कर सहानुभूति और सहयोग की भावना विकसित की जाये. कार्यक्रम में बड़ी संख्या में स्वास्थ्य कर्मी उपस्थित थे.
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