दवा स्टॉक व बिक्री में चिकित्सकों की भूमिका नहीं, ड्रग्स कंट्रोलर पर हो कार्रवाई
एमपी में डॉक्टरों की गिरफ्तारी का आइएमए ने किया विरोध, बोले डॉ अशोक कुमार
गोड्डा. गोड्डा सदर अस्पताल के पास आइएमए भवन में चिकित्सकों की आपात बैठक बुलायी गयी. इसमें मध्य प्रदेश में डॉक्टर की गिरफ्तारी को लेकर चिकित्सकों ने अपना रोष व्यक्त किया. बैठक की अध्यक्षता आईएमए के उपाध्यक्ष डॉ तारा शंकर झा ने की. शहर के वरिष्ठ चिकित्सक डॉ अशोक कुमार ने कहा कि मध्य प्रदेश में डॉक्टर की गिरफ्तारी गंभीर और बिना सिर-पैर वाली घटना है. उन्होंने विरोध जताते हुए कहा कि इस मामले में चिकित्सक की कोई भूमिका नहीं है. दवाएं बाजार में उपलब्ध हैं. दवा कंपनियों पर सरकार एवं ड्रग्स कंट्रोल विभाग का नियंत्रण होना चाहिए, न कि चिकित्सक पर. उन्होंने कहा कि ड्रग कंट्रोलर और संबंधित अधिकारियों पर प्रथमदृष्टया कार्रवाई होनी चाहिए थी, न कि चिकित्सा पदाधिकारी को जेल भेजा जाना. आइएमए की ओर से इस घटना की घोर निंदा की गयी. इसे तथ्यहीन बताया गया. सचिव डॉ आकाश ने कहा कि विरोध स्वरूप पूरे देश के चिकित्सकों ने काला बिल्ला लगाया है. यदि मामले में सकारात्मक पहल नहीं की गयी, तो चिकित्सक आंदोलन के लिए बाध्य होंगे. बैठक में अध्यक्ष डॉ दिलीप चौधरी, डॉ अजय झा, डॉ नरेंद्र, डॉ रामजी भगत, डॉ महमूद ने भी आक्रोश जताया.
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