Giridih News: ट्रक मालिक ही निकला सरिया गायब करने का मास्टरमाइंड
Giridih News: गिरफ्तार आरोपियों में हजारीबाग जिला के पदमा थाना क्षेत्र के महकोल निवासी महादेव प्रसाद का पुत्र पिंटू कुमार मेहता और बिहार के नवादा जिला अंतर्गत गोविंदपुर थाना क्षेत्र निवासी इंद्रदेव ठाकुर का 22 वर्षीय पुत्र राहुल कुमार शामिल है. यह मामला 14 अगस्त का है.
मुफस्सिल थाना पुलिस ने मोंगिया स्टील फैक्ट्री से ट्रक सहित सरिया गायब करने के मामले में बड़ी सफलता हासिल की है. पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार कर ट्रक को बरामद कर लिया है. गिरफ्तार आरोपियों में हजारीबाग जिला के पदमा थाना क्षेत्र के महकोल निवासी महादेव प्रसाद का पुत्र पिंटू कुमार मेहता और बिहार के नवादा जिला अंतर्गत गोविंदपुर थाना क्षेत्र निवासी इंद्रदेव ठाकुर का 22 वर्षीय पुत्र राहुल कुमार शामिल है. यह मामला 14 अगस्त का है. देवघर जिला के रांगामोड़ निवासी व्यवसायी राजकुमार कुमार ने गादी श्रीरामपुर स्थित मोंगिया स्टील फैक्ट्री से सरिया लाने के लिए ट्रक किराए पर किया था. सरिया लोड कर ट्रक को देवघर और बांका पहुंचाना था. लेकिन 14 अगस्त की रात करीब 9:30 बजे फैक्ट्री से निकलने के बाद ट्रक अपने गंतव्य तक नहीं पहुंचा. व्यवसायी द्वारा जब ट्रक के ड्राइवर से संपर्क करने की कोशिश की गयी तो उसका मोबाइल फोन बंद मिला. ट्रक मालिक से पूछताछ करने पर भी कोई ठोस जानकारी नहीं मिली. इसके बाद व्यवसायी ने मुफस्सिल थाना में आवेदन देकर मामले की जांच की मांग की. आवेदन के आधार पर पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज कर जांच शुरू की. तकनीकी जांच और गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस ने आरोपियों को दबोच लिया और ट्रक को भी बरामद कर लिया. इस पूरे खेल का मास्टरमाइंड और कोई नहीं बल्कि ट्रक का मालिक ही निकला. मुफस्सिल थाना पुलिस ने खेत से ट्रक बरामद कर मालिक और ड्राइवर दोनों को गिरफ्तार कर लिया और शुक्रवार को जेल भेज दिया. मामले के अनुसंधानकर्ता एसआई बुद्धेश्वर उरांव ने बताया कि इस घटना का पर्दाफाश सीडीआर और टावर लोकेशन की मदद से किया गया. पुलिस ने दो दिनों की लगातार छानबीन और तकनीकी जांच के बाद आरोपियों को दबोचा. जांच के दौरान सामने आया कि ट्रक मालिक पिंटू कुमार मेहता पर संदेह गहराता जा रहा था. जब पुलिस ने उसके घर पर छापेमारी की तो वहीं से ट्रक का ड्राइवर भी बरामद हो गया. इसके बाद पुलिस का शक यकीन में बदल गया. दोनों को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई तो उन्होंने पूरे घटनाक्रम की सच्चाई कबूल कर ली. पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि ट्रक को हजारीबाग जिले के इचाक थाना क्षेत्र स्थित सिमरा गांव के एक खेत में छिपाकर रखा गया है. पुलिस की टीम तुरंत वहां पहुंची और खेत से ट्रक को बरामद कर लिया. इसके बाद दोनों आरोपियों को गिरिडीह लाकर आगे की कार्रवाई की गई. पुलिस का कहना है कि आगे की जांच के बाद यह पता लगाया जाएगा कि इस खेल में और कौन-कौन शामिल थे.
आधा सरिया बेच चुके थे आरोपी, गिरिडीह और हजारीबाग के अन्य लोगों का नाम आया सामने
मोंगिया स्टील फैक्ट्री से ट्रक सहित सरिया गायब करने के मामले में पुलिस ने जैसे-जैसे परतें खोलीं, वैसे-वैसे बड़ा खेल सामने आता गया. जांच में खुलासा हुआ है कि ट्रक मालिक और उसके साथियों ने मिलकर करीब 1500 टन सरिया हड़पने की साजिश रची थी. ट्रक में लोड करने के बाद सरिया को खेत में छुपाकर रखा गया और धीरे-धीरे बाजार में खपाया जाने लगा. मिली जानकारी के अनुसार अब तक आधा सरिया आरोपी बेच भी चुके थे. यह सरिया दुकानों और स्थानीय कारोबारियों तक पहुंचाया गया था. पुलिस सूत्रों का कहना है कि गिरोह संगठित तरीके से काम कर रहा था. ट्रक मालिक और ड्राइवर की गिरफ्तारी के बाद जब पूछताछ की गई तो कई नए नाम भी सामने आए. इस मामले में गिरिडीह जिले के बिरनी थाना क्षेत्र निवासी बबलू और हजारीबाग निवासी अनमोल का नाम भी सामने आया है. बताया जाता है कि इनका काम सरिया बेचवाने और दुकानदारों से डील कराने का था. ये लोग चोरी के सरिया को सस्ते दामों में खपाते थे और इससे मोटा मुनाफा कमाते थे. मामले को लेकर मुफस्सिल थाना प्रभारी श्याम किशोर महतो ने बताया कि गिरोह में और भी लोग शामिल हो सकते हैं. फिलहाल ट्रक मालिक पिंटू कुमार मेहता और ड्राइवर राहुल कुमार को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है. बाकी आरोपियों की तलाश जारी है. उन्होंने कहा कि पूरे नेटवर्क का जल्द ही पर्दाफाश किया जाएगा.
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