Giridih News: बिन ब्याही मां बनी बच्ची को न्याय दिलाने के लिए आगे आये समाजसेवी
Giridih News: डुमरी थाना क्षेत्र की बच्ची के यौन शोषण और महज 13 वर्ष की उम्र में मां बनने के मामले में सामाजिक कार्यकर्ता मदद के लिए गुरुवार को सामने आये.
जस्ट राइट्स फॉर चिल्ड्रेन की सहयोगी संस्था बनवासी विकास आश्रम गिरिडीह के समन्वयक उत्तम कुमार व सामुदायिक कार्यकर्ता भागीरथी देवी गुरुवार को पीड़िता के गांव जाकर परिजन को हरसंभव विधिक सहायता दिलाने का भरोसा दिलाये. प्रतिनिधियों ने गांव के मुखिया और पीड़िता के पड़ोसियों से बात की. बातचीत के दौरान पता चला कि घटना को लेकर डुमरी थाना में पहले ही प्राथमिकी दर्ज हो चुकी है. टीम डुमरी थाना पहुंची, जहां उन्हें बताया गया कि जुलाई माह में ही प्राथमिकी दर्ज की जा चुकी है और आरोपी युवक को जेल भेज दिया गया है.
पुलिस प्रशासन के संपर्क में हैं सामाजिक कार्यकर्ता
इस संबंध में बनवासी विकास आश्रम व जस्ट राइट्स फॉर चिल्ड्रेन के सहयोगी लगातार पीड़िता को न्याय दिलाने, सहायता पहुंचाने तथा मामले पर निगरानी रखने के लिए स्थानीय प्रशासन व थाने से संपर्क में हैं. बाल अधिकार कार्यकर्ता सह बनवासी विकास आश्रम के सचिव सुरेश कुमार शक्ति ने कहा कि समाज का यह वीभत्स स्वरूप है. ऐसे मामलों में समाज तथा परिवार इज्जत-प्रतिष्ठा के नाम पर मुखर होकर लड़ने से बचना चाहते हैं. यही वजह है कि मासूम बच्चियों के साथ हो रहे यौन उत्पीड़न की घटनाओं में पोक्सो जैसे कड़े कानून के बावजूद आरोपी को कठोर दंड नहीं मिल पाता है. अधिकतर मामले आपसी समझौते से निबटा लिये जाते हैं. कहा कि संस्था ने पीड़िता को समुचित सुरक्षा और परामर्श उपलब्ध कराने तथा आरोपी के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई सुनिश्चित करने की मांग की है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
